तिरंगा साइकिल यात्रा का भव्य स्वागत
शहीदों के सम्मान एवं पर्यावरण जागरुकता अभियान को समर्पित यात्रा दीनानगर प्रवास करने के दूसरे दिन गुरदासपुर पहुंची।
संवाद सहयोगी, गुरदासपुर : शहीदों के सम्मान एवं पर्यावरण जागरुकता अभियान को समर्पित यात्रा दीनानगर प्रवास करने के दूसरे दिन गुरदासपुर पहुंची। साइकिल यात्रा के साथ चल रहे रथ में बजने वाले देशभक्ति के गीत व साइकिल पर तिरंगा लगाए टीम सदस्यों द्वारा भारत माता की जय, वंदेमातरम, देश के शहीद अमर रहे, भारतीय सेना जिदाबाद व पर्यावरण बचाना है, देश सुरक्षित बनाना है, लगाए जा रहे जयघोषों ने लोगों को देशभक्ति की भावना से सरोवर कर दिया तथा गांव पनियाड़ व बरियार पहुंचने पर क्षेत्र के युवाओं व बुद्धिजीवियों ने पुष्प वर्षा कर सदस्यों का माल्यार्पण करते हुए भव्य स्वागत किया। इसके बाद तिरंगा साइकिल यात्रा गुरदासपुर के अशोक चक्र विजेता शहीद लेफ्टिनेंट नवदीप सिंह के घर पहुंची, जहां उन्होंने शहीद के घर की चौखट को दंडवत प्रणाम कर वहां की मिट्टी से तिलक करते हुए शहीद के पिता कैप्टन जोगिदर सिंह व माता जगतिदर कौर को नमन कर उनका आशीर्वाद लिया। बाद में यह यात्रा सरकारी कालेज में शहीद लेफ्टिनेंट नवदीप सिंह की याद में बने स्टेडियम में पहुंची। जहां कालेज के प्रिसिपल बीआर राणा, कालेज स्टाफ व छात्रों ने टीम को बुके भेंटकर उनका अभिनंदन किया।
तिरंगा साइकिल यात्रा के सदस्यों ने कालेज में लगी शहीद लेफ्टिनेंट नवदीप सिंह की प्रतिमा के समक्ष नतमस्तक होते हुए उस वीर योद्धा को भावभीनी श्रद्धांजल अर्पित की। इसके बाद यह यात्रा शकरगढ़ डीएवी सीनियर सैकेंडरी स्कूल में पहुंची। जहां भारत विकास परिषद के सदस्यों की ओर से प्रिसिपल कुलबीर सिंह की अध्यक्षता में एक सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। समारोह को संबोधित करते हुए तिरंगा साइकिल यात्रा के कोआर्डिनेटर प्रो. योगेंद्र यादव ने कहा कि 2 अक्तूबर गांधी जयंती पर शुरु की गई इस यात्रा को हर जगह पर लोगों द्वारा भरपूर प्यार व सम्मान दिया जा रहा है। जिससे साबित होता है कि उनमें अपने शहीदों के प्रति अथाह सम्मान है। उन्होंने कहा कि आज देश में दो मुख्य चिता के विषय है एक राष्ट्र की सुरक्षा व दूसरा दूषित हो रहा पर्यावरण। राष्ट्र की सुरक्षा तो हमारे वीर सैनिक अपने बलिदान देकर कर रहे है, मगर उनकी शहादत के बाद उनके परिजनों को संभालना व उन्हें उचित मान-सम्मान देना सरकारों के साथ-साथ समूह देशवासियों का फर्ज है ताकि उनके लाडलों की शहादत की गरिमा बहाल रहें। उन्होंने कहा कि अगर सही मायनों में किसी को आरक्षण मिलना चाहिए तो वह हैं उन शहीदों के बच्चें जिनके पिता ने देश के आने वाले कल के लिए अपना आज कुर्बान कर दिया। वहीं प्रो. यादव ने पर्यावरण पर बोलते हुए कहा कि जिस तरह हम अपने परिवार को पालते है, उसी तरह पर्यावरण को शुद्ध व स्वच्छ रखने हेतु अपने द्वारा लगाए पौधों का भी उसी ढंग से पालन पोषण करें।
इस मौके पर भारत विकास परिषद मुख्य शाखा के जिला प्रधान सुनील महाजन व स्कूल प्रिसिपल कुलबीर सिंह ने आए हुए मेहमानों का धन्यवाद किया और भारत विकास परिषद के सदस्यों ने तिरंगा साइकिल यात्रा के सदस्यों को ट्रैकसूट भेंट कर व पुष्पमाला पहनाकर सम्मानित किया। इस मौके पर शहीद लेफ्टिनेंट नवदीप सिंह अशोक चक्र के पिता कैप्टन जोगिदर सिंह, शहीद सिपाही जतिदर कुमार के पिता राजेश कुमार, भारत विकास परिषद के शहरी प्रधान प्रोफेसर महिदर कुमार, सीनियर मेंबर अशोक पुरी, कोषाध्यक्ष सुरजीत सिंह, भारत विकास परिषद शाखा स्वामी विवेकानंद के प्रधान संजीव कुमार, सचिन महाजन, केशव गोयल, मा. अरुण शर्मा, विशाल महाजन, प्रबोध चंद्र, रमेश शर्मा, साइकिल यात्रा के सदस्य मनोज यादव, प्रशांत सिंह, अफजल अली, धनन्जय यादव, सुरेश मोलंकी, अरविद यादव, नकुल यादव, पियूष महाजन, विमल यादव, रमा कृपा सिंह आदि उपस्थित थे। परिवारिक संस्कारों से पैदा होता है देशभक्ति का जज्बा- कुंवर विक्की
शहीद सैनिक परिवार सुरक्षा परिषद के महासचिव कुंवर रविदर सिंह विक्की ने कहा कि इस यात्रा के को-ऑर्डिनेटर योगेंद्र यादव एक सैन्य पृष्ठभूमि से हैं और परिवार की ओर से दिए संस्कारों से ही देशभक्ति का जज्बा पैदा होता है। उन्होंने कहा कि 2 अक्टूबर से लेकर 30 जनवरी तक चलने वाली यह तिरंगा साइकिल यात्रा लोगों में देशभक्ति की नई चेतना पैदा करने के साथ-साथ शहीदों के घर पहुंच कर वहां की मिट्टी से तिलक करके उनके माता-पिता को नमन कर उनका मनोबल बढ़ा रहे हैं जो कि एक सराहनीय प्रयास है।