कार्तिक पूर्णिमा और गुरु पर्व पर गुरु धामों में उमड़ा जनसैलाब
श्री कार्तिक पूर्णिमा और प्रथम पातशाही श्री गुरु नानक देव जी के 551वें प्रकाश पर्व पर शहर के अधिकतर धार्मिक स्थलों पर श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा।
नरेश भनोट, बटाला
श्री कार्तिक पूर्णिमा और प्रथम पातशाही श्री गुरु नानक देव जी के 551वें प्रकाश पर्व पर शहर के अधिकतर धार्मिक स्थलों पर श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा। तापमान कम होने के बावजूद लोग पौ फटने से पहले ही मंदिरों और गुरुद्वारों में पहुंचे और नतमस्तक होकर भगवान का आशीर्वाद लिया। श्री राम तलाई मंदिर के सरोवर में लोगों ने दीये प्रवाहित किए। इस दौरान भजनों का गुणगान होता रहा।
कार्तिक पूर्णिमा पर दीए प्रवाहित करने का विशेष महत्व समझा जाता है। इसी श्रद्धा को ध्यान में रखते हुए शहर की हजारों महिला श्रद्धालुओं ने श्री राम तलाई मंदिर के सरोवर में गत्तों के डिब्बों के ऊपर दीपक जलाकर सरोवर के जल में प्रवाहित किया। टिमटिमाते हुए दीपक और जल में उनकी परछाई रात के अंधेरे में ऐसे लग रहे थे जैसे आसमान से तारे जमीन पर उतर आए हो। इसी बीच बहुत सी महिलाओं ने मंदिर परिसर में लगे तुलसी के पौधों और बड़े पीपल के वृक्ष के इर्द-गिर्द धागा बांधकर और दीपक जलाकर परिक्रमा भी की। महिलाओं को ईटों से छोटे-छोटे घर बना कर उनमें दीपक जलाते हुए भी देखा गया। इसके साथ ही श्रद्धालु महिलाओं द्वारा चौराहों पर भी दीपक जलाए गए। परंपरा के अनुसार ऐसा हर साल किया जाता है।
इस अवसर पर श्रीराम तलाई मंदिर चेरिटेबल ट्रस्ट की ओर से ब्रेड पकोड़े और खानपान की व्यवस्था की गई थी। इसी तरह शहर के प्रसिद्ध और ऐतिहासिक गुरुद्वारा साहिब श्री कंध साहिब, गुरुद्वारा श्री डेरा साहब, श्री सतकरतारिया साहिब में संगत के लिए लंगर के पर्याप्त प्रबंध किए गए थे।