सुल्तानपुर लोधी से बटाला पहुंची पालकी साहिब, हजारों की संख्या में संगत ने किए दर्शन
सुलतानपुर लोधी से पालकी साहिब रवाना होने के बाद शनिवार देर सायं बटाला के गरुद्वारा श्री कंध साहिब पहुंची। पालकी के साथ हजारों की तादाद में संगत साथ रही। गुरुद्वारे को लाइटों से पूरी तरह सजाया गया। आज जहां-जहां से पालकी साहिब निकली वहां की स्थानीय संगत ने फूलों की बारिश से उसका स्वागत किया। प्रसाद के रूप में संगत को फ्रूट बांटा गया। उत्साहित संगत जिधर से भी निकली वहां पर जो बोले सो निहाल के जयकारे लगाए गए।
जागरण संवाददाता, बटाला : सुलतानपुर लोधी से पालकी साहिब रवाना होने के बाद शनिवार देर सायं बटाला के गरुद्वारा श्री कंध साहिब पहुंची। पालकी के साथ हजारों की तादाद में संगत साथ रही। गुरुद्वारे को लाइटों से पूरी तरह सजाया गया। आज जहां-जहां से पालकी साहिब निकली वहां की स्थानीय संगत ने फूलों की बारिश से उसका स्वागत किया। प्रसाद के रूप में संगत को फ्रूट बांटा गया। उत्साहित संगत जिधर से भी निकली वहां पर जो बोले सो निहाल के जयकारे लगाए गए।
शुक्रवार देर सायं बटाला के सत करतारिया गुरुद्वारा से श्री गुरु नानक देव जी (बाबे दा विवाह) का शगुन लेकर संगत सुलतानपुर लोधी के लिए रवाना हुई। संगत को ले जाने के लिए प्रबंधक कमेटी ने स्पेशल वाहनों का प्रबंध किया था। रास्ते में जगह-जगह संगतों के लिए लंगर का विशेष प्रबंध किया गया था। देर रात तक संगत सुलतानपुर लोधी श्री गुरु नानक देव जी का शगुन लेकर पहुंची। वहां पर गुरुद्वारा साहिब में संगत के रहने व खाने-पीने के लिए खास प्रबंध किए गए थे। शनिवार पालकी साहिब सुलतानपुर लोधी से रवाना हुई। यहां से पालकी साहिब गुजरी वहां पर लोगों ने विशेष रुप से स्वागत किया। फूलों की बारिश कर दी गई। जगह-जगह संगत के खाने-पीने के लिए लंगर व छबील का प्रबंध किया गया। वही, प्रशासन की तरफ से सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए गए।
ट्रैफिक को कंट्रोल करने के लिए ट्रेफिक विभाग की अलग से हर-चौक पर लगाई। किसी राहगीर को दिक्कतें न पेश आई, इसके लिए कई रूट्स का राह डायवर्ट कर दिया गया। उधर,लोगों की सुरक्षा के लिए चार जिलों की पुलिस को तैनात किया। मन्नत पूरी होने वाली संगत ने चढ़ाया रुमाला व सेहरा
बटाला। देश-विदेश से आई संगत में जिनकी मन्नत पूरी हुई उन्होंने श्री कंध साहिब गुरुद्वारा में रुमाला व सेहरा चढ़ाया गया। बताया जाता है कि जहां पर सच्चे मन से कोई अपनी मन्नत मांगता है तो उसकी दुआ पूरी हो जाती है। विदेश से आई एक महिला ने बताया कि वे पिछले कई सालों से यूके में रह रहती हैं। एक बार बाबा जी के यहां माथा टेककर मन्नत मांगी तो पूरी हो गई। गुरु साहिब का शुक्राणा करने के लिए यूके से फ्लाईट पकड़कर आज जहां पहुंची और रुमाला भेंटकर वापिस अपने देश लौट जाऊंगी।
यहां से होकर निकली पालकी साहिब
बटाला। पालकी साहिब सुलतानपुर लोधी से सुभानपुर (कपूरथला), ढिल्लवां, ब्यास (अमृतसर), रईया, बाबा-बकाला, सठियाली मोड, भुट्टर अड्डा, मेहता चौंक, बटाला पहुंची। यहां से पालकी साहिब निकली वहां पर फूलों से पालकी साहिब का स्वागत किया गया। हर जगह जो बोले सो निहाल सत श्री अकाल के जयकारे बोले गए। जगह-जगह संगत के लिए लंगर का विशेष प्रबंध किया गया। उधर प्रशासन ने सुरक्षा के कड़े प्रबंध कर रखे थे। बटाला पहुंचने पर केबिनेट मंत्री तृप्त बाजवा ने पालकी साहिब का स्वागत किया। उनके साथ कई कांग्रेसी के लीडर उपस्थित थे।
20 ¨क्वटल जलेबी मीठे के रूप में संगत ने छकी
बटाला। शनिवार को गुरुद्वारा कंध साहिब में देश-विदेश से पहुंची संगत के लिए 20 क्विंटल जलेबी तैयार की गई। लंगर छकने के बाद हर संगत को मीठे के रूप में जलेबी दे गई। इसके अलावा गुरुद्वारा साहिब में आज खीर का भी बंदोबस्त किया गया। संगत ने मीठे के रूप में खीर का स्वाद चखा।
बीस हजार संगत ने छका लंगर
गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी ने बताया कि देश-विदेश से पहुंची संगत के लिए लंगर का विशेष प्रबंध किया गया। एक अनुमान के मुताबिक पूरे दिन में 20 हजार संगत ने लंगर छका। लंगर के रुप में दाल,मटर पनीर, चावल, फूलका, स्लाद छकाया गया। उन्होंने बताया कि जैसा कि रविवार को बाबा जी का विवाह समागम है, इसिलए उस दिन संगत की तादाद दोगुनी हो जाएगी। इसके लिए लंगर में व्यंजनों की संख्या ओर बढ़ा दी जाएगी।
पुलिस ने भी लगाया लंगर
बटाला। जैसा कि बाबा दे विवाह पर हर सामाजिक व राजनीतिक पार्टी की तरफ से लंगर लगाया जाता है, लेकिन इस बार पुलिस ने भी बाबा दे विवाह पर थाना सिटी के बाहर चाय व बिस्कुट का लंगर लगाया। इस दौरान विशवामित्र, हेड कांस्टेबल मदन लाल, दिलबाग ¨सह, बलबीर ¨सह, अजीत ¨सह मौजूद थे।