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7 विद्यालयों के 500 बच्चों ने देखा पुस्तक मेला

भोआ स्थित चौधरी गुरदिता सर्वहितकारी सीनियर सेकेंडरी विद्या मंदिर में तीन दिवसीय पुस्तक मेले का उद्घाटन रविवार को पंजाब प्रांत के सेवा प्रमुख किशन वर्मा, प्रबंध समिति के प्रधान सुनील, पुरुषोत्तम, बलराम, ओम प्रकाश, बलदेव राज, विभाग सचिव बचन ¨सह, प्रांतीय संस्कार केंद्र प्रमुख बोधराज, विद्यालय की प्रभारी शशीकांत एवं विद्यालय की प्रधानाचार्य ज्योति शर्मा की अध्यक्षता में माता सरस्वती की प्रतिमा के समक्ष ज्योति प्रज्वलित करके किया गया। पुस्तक मेले की भूमिका सर्वहितकारी विद्या मंदिर तारागढ़ के प्रधानाचार्य विक्रम

By JagranEdited By: Published: Sun, 20 Jan 2019 11:26 PM (IST)Updated: Sun, 20 Jan 2019 11:26 PM (IST)
7 विद्यालयों के 500 बच्चों ने देखा पुस्तक मेला
7 विद्यालयों के 500 बच्चों ने देखा पुस्तक मेला

संवाद सहयोगी, दीनानगर वि :

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भोआ स्थित चौधरी गुरदिता सर्वहितकारी सीनियर सेकेंडरी विद्या मंदिर में तीन दिवसीय पुस्तक मेले का उद्घाटन रविवार को हुआ। जिसका उद्घाटन प्रदेश सेवा प्रमुख किशन वर्मा, प्रबंध समिति के प्रधान सुनील, पुरुषोत्तम, बलराम, ओम प्रकाश, बलदेव राज, विभाग सचिव बचन ¨सह, प्रांतीय संस्कार केंद्र प्रमुख बोधराज, विद्यालय की प्रभारी शशीकांत एवं विद्यालय की प्रधानाचार्य ज्योति शर्मा की अध्यक्षता में माता सरस्वती की प्रतिमा के समक्ष ज्योति प्रज्वलित करके किया गया। पुस्तक मेले की भूमिका सर्वहितकारी विद्या मंदिर तारागढ़ के प्रधानाचार्य विक्रम समयाल ने निभाई। उन्होंने कहा कि विद्या समिति पंजाब द्वारा लगाए गए इस पुस्तक मेले का मुख्य मकसद बच्चों को भारतीय संस्कृति से रूबरू कराना है। उन्होंने कहा कि इस मेले में भारतीय धार्मिक ग्रंथों के अतिरिक्त भारतीय इतिहास की पूरी जानकारी पुस्तकों के माध्यम से दी जा रही है ताकि बच्चे भारतीय इतिहास एवं भारतीय संस्कृति सभ्यता को अपनाकर इसे अपनी आगामी पीढि़यों तक पहुंचा सके। मुख्य वक्ता किशन वर्मा ने बताया कि लार्ड मैकाले की शिक्षा नीति के चलते हम अपनी विरासत से कट गए हैं, ऐसे आयोजन ना केवल इस कमी को पूरा करते हैं बल्कि समाज को भी एक नई दिशा देते हैं। कार्यक्रम के दौरान ही गणमान्यों द्वारा सभी पुस्तकों को देखा गया। इसके पश्चात अपने साहित्य की रुचि के हिसाब से पुस्तकों को खरीदा गया। मेले के दौरान धार्मिक पुस्तकों के अतिरिक्त विभिन्न साहित्य की लगभग 700 प्रकार की पुस्तकें उपलब्धि थी। विभिन्न क्षेत्रों से आए 7 विद्यालयों के लगभग 500 से अधिक विद्यार्थियों ने पुस्तक मेले का आनंद लिया और पुस्तकें खरीदी। स्कूल के प्रधानाचार्य ज्योति शर्मा ने बताया कि यह 18,19 और 20 तारीख तक चलेगा। उन्होंने बच्चों को अधिक से अधिक पुस्तकें खरीदने के लिए प्रेरित किया ताकि बच्चे भारतीय इतिहास से रूबरू हो सकें। इस मौके पर स्कूल का समूह प्रबंधन स्टाफ मौजूद था।


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