दिल्ली-कटरा एक्सप्रेस हाईवे को लेकर बैठक करने पहुंचे अधिकारी, किसानों ने किया बायकाट
केंद्र सरकार की ओर से बनाए जाने वाले दिल्ली-कटरा एक्सप्रेस हाईवे के लिए जिले के 38 गांवों की जमीन अधिग्रहण की जानी है।
जागरण संवाददाता, गुरदासपुर : केंद्र सरकार की ओर से बनाए जाने वाले दिल्ली-कटरा एक्सप्रेस हाईवे के लिए जिले के 38 गांवों की जमीन अधिग्रहण की जानी है। इसे लेकर नेशनल हाईवे अथारिटी के अधिकारी किसानों के साथ बातचीत करने के लिए सोमवार को यहां पंचायत भवन पहुंचे। लेकिन किसानों ने बैठक का बायकाट करते हुए कहा कि जब तक केंद्र की ओर से कृषि सुधार कानूनों को रद नहीं किया जाता वे दिल्ली कटरा एक्सप्रेस हाईवे संबंधी कोई बैठक नहीं करेंगे।
काबिलेजिक्र है कि जिला प्रशासन की ओर से किसानों को प्रदूषण मुक्त सर्टिफिकेट लेने के लिए बुलाया गया था। लेकिन जब उन्हें पता चला कि नेशनल हाईइवे अथारिटी के अधिकारी उनसे बैठक करना चाहता हैं तो उन्होंने साफ मना कर दिया। किसान नेता बलविदर सिंह पन्नू ने बताया कि जिला प्रशासन ने कुछ गांवों के किसानों को नोटिस जारी कर बैठक के लिए बुलाया था। उन्होंने बताया कि जिला प्रशासन द्वारा उन्हें बैठक का उद्देश्य प्रदूषण मुक्त सर्टिफिकेट लेना बताया गया था। लेकिन बैठक में केंद्र सरकार की ओर से बनाए जाने वाले दिल्ली कटरा एक्सप्रेस हाईवे के लिए गुरदासपुर के 38 गांवों की जमीन अधिग्रहण करने संबंधी बातचीत रखी गई। इसके चलते उन्होंने बैठक का बायकाट करने का फैसला किया। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि जब तक केंद्र सरकार अपने कृषि कानूनों को रद नहीं करेगी, किसान उनके साथ कोई भी बैठक नहीं करेगा। मार्च में शुरू होगा प्रोजेक्ट
बैठक करने पर पहुंचे नेशनल हाईवे अथारिटी के अधिकारी प्रशांत महाजन ने बताया कि यह बैठक दिल्ली कटरा एक्सप्रेस हाईवे को लेकर की गई थी। बैठक का उद्देश्य हाईवे बनने से वातावरण पर क्या असर पड़ेगा, पर बातचीत की जानी थी। उन्होंने बताया कि जिला गुरदासपुर के 45 किलोमीटर में पड़ते 38 गांवों से 450 हेक्टेयर जमीन अधिग्रहण की जाएगी। यह प्रोजेक्ट मार्च महीने में शुरू किया जाएगा।