इंसाफ में देरी, अदालतों में दो माह से पड़ रही केवल तारीखें
कोरोना संकट में लॉकडाउन के दौरान अदालतों में विचाराधीन केसों की सुनवाई भी रुक गई है।
जागरण संवाददाता, गुरदासपुर : कोरोना संकट में लॉकडाउन के दौरान अदालतों में विचाराधीन केसों की सुनवाई भी रुक गई है। कोरोना वायरस के कारण सरकार के आदेशों पर अदालतों को बंद रखा गया था। इस कारण कोरोना ने इंसाफ में भी देरी कर दी है। बीते दो माह से अदालतों में विचाराधीन मामलों में केवल तारीखें ही पड़ी हैं। अभी एक-डेढ़ महीना स्थिति समान्य होने की कोई संभावना नहीं आ रही है।
जिला बार एसोसिएशन के प्रधान सुखविदर सिंह सैनी ने बताया कि जिला गुरदासपुर में कुल 19 अदालतें हैं। इनमें से 14 अदालतें गुरदासपुर और पांच अदालतें बटाला में हैं। उन्होंने बताया कि हर अदालत में लॉकडाउन से पहले रोजाना करीब 60 से 70 मामलों की सुनवाई होती थी। रोजाना हर अदालत में दो से तीन फैसले भी आ जाते थे, लेकिन लॉकडाउन के बाद उक्त सभी प्रक्रिया तकरीबन ठप होकर रह गई है। अब केवल जमानत, स्टे, फौजदारी व प्रोटेक्शन के केसों में ही सुनवाई हो रही है। यह सुनवाई भी वीडियो कांफ्रेंसिग के जरिए हो रही है। 18 मार्च को हुई थी अंतिम सुनवाई
प्रधान सुखविदर सिंह सैनी ने बताया कि हाईकोर्ट ने पत्र जारी कर जून में होने वाली छुट्टियां रद कर दी गई हैं, लेकिन इस दौरान काम केवल ऑनलाइन ही चलेगा। इससे उम्मीद जताई जा रही है कि एक जुलाई के बाद ही स्थिति समान्य होने की संभावना है। उन्होंने बताया कि जिला गुरदासपुर में विभिन्न अदालतों में 18 मार्च को अंतिम सुनवाई समान्य रूप से हुई थी।