असुरक्षित सड़कें, न सफेद और न ही पीली लाइन
धुंध बढ़ने से नेशनल हाईवे और ¨लक रोड पर दृश्यता घटकर 100 मीटर तक आ गई है। सुबह साढ़े 8 बजे तक वाहन चालकों को लाइट जलानी पड़ती है। जिम्मेदार विभाग इस तरफ कोई ध्यान नहीं दे रहे हैं। जिससे वाहन चालकों के साथ हादसा होने का खतरा बढ़ गया है। ट्रैफिक पुलिस के साथ-साथ पीडब्ल्यूडी, बीएंडआर, मार्केट कमेटी बोर्ड और नगर कौंसिल की जिम्मेदारी बनती है, लेकिन उक्त विभाग खामोश हैं। मौसम विभाग चंडीगढ़ की मानें तो आगामी एक सप्ताह में धुंध बढ़ेगी और दिन का न्यूनतम तापमान और लुढ़कने से ठिठुरन बढ़ेगी। धुंध बढ़ने के साथ ही वाहन चालकों को मुश्किल होगी, लेकिन अभी तक ट्रैफिक पुलिस की ओर से अभियान चलाकर अपने ट्रैफिक साइन को दुरुस्त करने का काम शुरू नहीं किया है।
संवाद सहयोगी, दीनानगर : धुंध बढ़ने से नेशनल हाईवे और ¨लक रोड पर दृश्यता घटकर 100 मीटर तक आ गई है। सुबह साढ़े 8 बजे तक वाहन चालकों को लाइट जलानी पड़ती है। जिम्मेदार विभाग इस तरफ कोई ध्यान नहीं दे रहे हैं। जिससे वाहन चालकों के साथ हादसा होने का खतरा बढ़ गया है। ट्रैफिक पुलिस के साथ-साथ पीडब्ल्यूडी, बीएंडआर, मार्केट कमेटी बोर्ड और नगर कौंसिल की जिम्मेदारी बनती है, लेकिन उक्त विभाग खामोश हैं। मौसम विभाग चंडीगढ़ की मानें तो आगामी एक सप्ताह में धुंध बढ़ेगी और दिन का न्यूनतम तापमान और लुढ़कने से ठिठुरन बढ़ेगी। धुंध बढ़ने के साथ ही वाहन चालकों को मुश्किल होगी, लेकिन अभी तक ट्रैफिक पुलिस की ओर से अभियान चलाकर अपने ट्रैफिक साइन को दुरुस्त करने का काम शुरू नहीं किया है। रिफ्लेक्टर टेप न लगाकर चलने वाले वाहन चालकों पर भी कोई सख्ती नहीं बरती जा रही है। इसके अलावा धुंध में मोड़ पर कोई हादसा न हो, इससे बचाव के लिए ऐसी जगहों पर न तो रिफ्लेक्टर टेप लगाई है और न ही पेंट कराया गया है।
कई स्थानों पर रोड से सफेद पट्टी गायब-
शहरी क्षेत्र की अपेक्षा ग्रामीण क्षेत्र में धुंध बहुत ज्यादा है। उन सड़कों पर वाहन चालकों के लिए चलना मुश्किल हो गया है, जो नई बनाई गई हैं। पीडब्ल्यूडी बीएंडआर की ओर से जहां बहरामपुर रोड का निर्माण कार्य किया गया है, लेकिन उन पर सफेद पट्टी नहीं लगाई। इसी प्रकार ¨सघो बाल की ओर जाने वाले मार्ग पर भी रोड का काम अधर में लटका है।
पट्टी न होने से सड़क से उतरतेहैं वाहन
कई स्थानों से तो नेशनल हाईवे पर व्हाइट पट्टी गायब हो चुकी है जिसके चलते कई बार वाहनों को सड़कों के किनारे पार्क करने के दौरान वाहन चालक पट्टी ना देख पाने के चलते वाहनों को सड़कों से उतार कर दुर्घटनाग्रस्त हो जाते हैं। नेशनल हाईवे अथॉरिटी का भी इस ओर अभी तक ध्यान नहीं गया है।