चाय बनाने के दौरान गैस लीक होने से लगी आग, मां-बेटा झुलसे
दीनानगर के अंतर्गत आते गांव अवांखा में गैस सिलेंडर की पाइप लीक होने से आग लग गई।
अशोक कुमार, गुरदासपुर
दीनानगर के अंतर्गत आते गांव अवांखा में गैस सिलेंडर की पाइप लीक होने से आग लग गई। इसमें मां-बेटा झुलस गए। शोर सुनने पर आसपास के लोगों ने आग बुझाई। मां-बेटे को सिविल अस्पताल गुरदासपुर में में भर्ती करवाया गया है। डॉक्टर भास्कर शर्मा का कहना है कि मां-बेटा 25 फीसद झुलसे हैं।
राज कुमार पुत्र मंगल दास निवासी अवांखा ने बताया कि वीरवार की देर शाम को वे और उनकी मां बंसो देवी घर पर थे। उनकी मां सोई हुई थी तो वे चाय बनाने के लिए गए। जैसी ही उन्होंने गैस चूल्हे को जलाया तो पाइप से गैस लीक होने से आग भड़क गई। वे उसकी चपेट में आ गए। उन्हें बचाने आई मां भी आग से झुलस गई। इसके बाद उन्होंने जोर-जोर से चिल्लाना शुरू कर दिया तो उनका शोर सुनकर आसपास के लोग एकत्र हो गए। लोगों ने आग को बुझाया। इसके बाद उन्हें सिविल अस्पताल में भर्ती करवाया गया। गैस चूल्हा जलाने के दौरान इन बातों का रखें ध्यान
-गैस की स्मैल आए तो किचन या घर में मौजूद इलेक्ट्रिक स्विच व अप्लायंसेस को ऑन नहीं करें।
-किचन व घर की खिड़कियां व दरवाजे खोल दें।
-रेग्युलेटर को चेक करें यदि वह ऑन है तो उसे तुरंत बंद कर दें।
-रेग्युलेटर बंद करने पर भी गैस लीक हो रही हो तो उसे निकाल कर सेफ्टी कैप लगा दें।
-नॉब को भी अच्छे से चेक करें।
-गैस को बाहर निकालने के लिए फैन आदि न चलाएं।
-घर में यदि कोई दीपक या अगरबत्ती जल रही हो तो उसे बुझा दें।
-अपनी गैस एजेंसी से संपर्क करें और उसे स्थिति के बारे में बताएं, ताकि वे आपके पास जल्द से जल्द पहुंच सके।
-गैस के कारण आंखों में जलन हो तो उसे मसलने की जगह ठंडे पानी से धाएं।
-मुंह पर कपड़ा बांधकर रखें ताकि सांस में गैस ज्यादा न जा पाए।
-बच्चों का खासतौर पर ध्यान रखें। उन्हें अपने आसपास ही रखें और स्विच आदि से दूर रहने के लिए कहें। सिलेंडर में आग लगने पर यह करें
गैस लीक के कारण यदि सिलेंडर में आग लग जाए तो एक चादर या टॉवल को तुरंत पानी में भिगाएं और फिर उसे जल्दी से सिलेंडर पर लपेट दें। इससे आग तुरंत बुझ जाएगी और कोई बड़ा हादसा टाला जा सकेगा।