कलयुगी मां ने आशिक के साथ मिलकर बेटे को मौत के घाट उतारा
अपने प्यार में बाधा बन रहे बेटे को एक कलयुगी मां ने अपने आशिक के साथ मिलकर मौत के घाट उतार दिया।
जागरण संवाददाता, गुरदासपुर, काहनूवान : अपने प्यार में बाधा बन रहे बेटे को एक कलयुगी मां ने अपने आशिक के साथ मिलकर मौत के घाट उतार दिया। यही नहीं बेटे की लाश को ऐसी जगह पर ठिकाने लगाया कि अगर लाश कुछ दिन वहां रहती तो हड्डियों का पिजर ही खेतों से मिलना था। लेकिन पुलिस को सही समय पर इस मामले की जानकारी मिली। तुरंत एसपी (डी) हरविदर संधू के नेतृत्व में टीम का गठन कर लाश की पहचान कर ली गई और कत्ल का सुराग लगाकर 24 घंटे के भीतर आरोपित मां और उसके आशिक को गिरफ्तार कर लिया गया।
सोमवार को पत्रकार सम्मेलन दौरान एसएसपी डा.नानक सिंह ने बताया कि रविवार को गांव झंडा लुबाना के ड्रेन के पास एक युवक की अधजली लाश मिली थी। पुलिस ने जांच की तो मृत युवक गांव गांव बलवंडा का रहने वाला निकला। उसकी हत्या उसकी मां ने ही अपने आशिक और उसके दोस्त के साथ मिलकर की थी। आरोपित मां और उसके आशिक को रविवार रात को ही गिरफ्तार कर लिया गया जबकि तीसरा आरोपित फरार है। एसएसपी ने बताया कि गांव बलवंडा की रहने वाली रूपिदर कौैर के सुखविदर सिंह उर्फ सुक्खा उर्फ गोरा पुत्र शिगारा सिंह निवासी चक्क शरीफ के साथ पिछले छह महीनों से अवैध संबंध थे। इस अवैध संबंध में रूपिदर कौर का 25 वर्षीय बेटा रणदीप सिंह बाधा बन रहा था। इसके बाद रूपिंदर कौर ने अपने आशिक सुखविदर सिंह व उसके दोस्त गुरजीत सिंह के साथ मिलकर शनिवार रात को अपने बेटे रणदीप सिंह का कत्ल कर दिया। आरोपितों ने बड़ी बेरहमी के साथ रणदीप सिंह के सिर पर हथौड़ी व चाकू से वार किए। इससे उसकी मौत हो गई। आरोपितों ने लाश को गांव के खेतों के पास से निकलने वाली ड्रेन में फेंक दिया। रविवार को लाश दिखने पर झंडा लुबाना के त्रिलोचन सिंह ने पुलिस को जानकारी दी थी। इसके बाद पुलिस हरकत में आ गई और लाश की पहचान शुरू करवाई। गौर हो कि रणदीप सिंह का शादीशुदा था। उसकी पत्नी विदेश में थी। जबकि एक भाई फौज में नौकरी करता है। पिता भी भारतीय सेना से सेवानिवृत्त होकर अब एक निजी कंपनी में सिक्योरिटी गार्ड के रूप में काम कर रहे हैं। एसएसपी के मुताबिक थाना भैणी मिया खां के प्रभारी, सीआइए स्टाफ, थाना काहनूवान, डीएसपी (डी) व एसपी (डी) के नेतृत्व में टीम का गठन कर 24 घंटे में इस मामले को सुलझा लिया गया है। अपने ही बेटे को पहचानने से किया इंकार
उधर, गांव बलवंडा में रणदीप सिंह के घुम होने की खबर वायरल थी। रविवार शाम को थाना काहनूवान के प्रभारी रूपिदर कौर के पास गए और कहा कि ड्रेन से एक युवक की लाश मिली है। मृतक की शिनाख्त के लिए जब रूपिदर कौर को उसके बेटे की लाश दिखाई गई तो उसने पहचानने से इंकार कर दिया। लेकिन गांव वालों से पता लग गया कि रणदीप सिंह रूपिंदर कौर का ही बेटा है। इसके बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया। बता दें कि आरोपितों ने सुबूत खुर्द-बुर्द करने के लिए लाश को आधा जला भी दिया था। काहनूवान की पुलिस ने तीनों आरोपितों को गिरफ्तार करके आगे की कार्रवाई आरंभ कर दी है। बेटे के खाते से निकलवाए थे पांच लाख रुपये
रणदीप सिंह के खाते में पांच लाख रुपये थे। वह अपनी पत्नी के पास कनाडा जाना चाहता था। इस दौरान मां इतनी शातिर थी कि उसने अपने बेटे को अपनी बातों में बहला फुसलाकर पांच लाख रुपये भी अपने खाते में डलवा लिए। इतना ही नहीं पैसे खाते में आने के बाद आरोपित महिला अपने बेटे से नफरत करने लगी। इसका मुख्य कारण वह अपने आशिक से उसकी उपस्थिति में मिल नहीं पा रही थी।