Move to Jagran APP

कुशोक बकुला रिम्पोछे को जन्म शताब्दी पर किया याद

पंडित मोहन लाल एसडी कॉलेज फार वूमेन में लोबजंग थुबतन छोगनेर, 19वें कुशोक बकुला रिम्पोछे का जन्म शताब्दी समारोह आयोजित किया गया। इसमें डॉ. कुलदीप चंद अग्निहोत्री कुलपति सेंट्रल यूनिवर्सिटी ऑफ हिमाचल प्रदेश मुख्य मेहमान के रूप में शामिल हुए। बाल कृष्ण मित्तल सचिव आल इंडिया डीएवी कालेज मैने¨जग कमेटी विशेष मेहमान के तौर पर पहुंचे। कार्यक्रम की अध्यक्षता ¨प्रसिपल नीरू शर्मा ने की।

By JagranEdited By: Published: Sat, 12 May 2018 06:35 PM (IST)Updated: Sat, 12 May 2018 06:35 PM (IST)
कुशोक बकुला रिम्पोछे को जन्म शताब्दी पर किया याद
कुशोक बकुला रिम्पोछे को जन्म शताब्दी पर किया याद

संवाद सहयोगी, गुरदासपुर : पंडित मोहन लाल एसडी कॉलेज फार वूमेन में लोबजंग थुबतन छोगनेर, 19वें कुशोक बकुला रिम्पोछे का जन्म शताब्दी समारोह आयोजित किया गया। इसमें डॉ. कुलदीप चंद अग्निहोत्री कुलपति सेंट्रल यूनिवर्सिटी ऑफ हिमाचल प्रदेश मुख्य मेहमान के रूप में शामिल हुए। बाल कृष्ण मित्तल सचिव आल इंडिया डीएवी कालेज मैने¨जग कमेटी विशेष मेहमान के तौर पर पहुंचे। कार्यक्रम की अध्यक्षता ¨प्रसिपल नीरू शर्मा ने की।

loksabha election banner

डॉ. कुलदीप चंद अग्निहोत्री ने बताया कि जो स्थान लौटे पुरुष वल्लभ भाई पटेल का है, वहीं स्थान लोबजंग थुबतन छोगनेर का है। उन्हें पदम भूषण का सम्मान प्राप्त है। 1947 में देश आजाद होने के बाद जम्मू कश्मीर को अपने साथ मिलाने की पाक की चाल को इन्होंने अपने साहस से विफल किया, नहीं तो जम्मू कश्मीर हमारे हाथ से छूट जाता। इन्होंने मंगोलिया व रूस में बौद्ध धर्म को पुर्नजीवित करने के कई प्रयास किए।

बाद में उन्होंने सांसद के रूप में भी अपनी सेवाएं निभाई। वर्ष 1990-2000 तक वह मंगोलिया में भारत के राजदूत रहे। इस मौके पर समिति के पदाधिकारी दीपक महाजन, पवन शमर, अरुण बिट्टा आदि उपस्थित थे।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.