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ईंट, बजरी और रेत के भाव में भारी वृद्धि, मकान बनाना मुश्किल

ईंट, रेत, बजरी के भाव में बेहताशा बढ़ोतरी के कारण गरीब लोगों के लिए अपना मकान बनाना मुश्किल हो गया है। क्षेत्र में पिछले दिनों से भट्ठा बंद होने के कारण ईंटों के भाव में तेजी आ गई है।

By JagranEdited By: Published: Thu, 20 Sep 2018 04:11 PM (IST)Updated: Thu, 20 Sep 2018 04:11 PM (IST)
ईंट, बजरी और रेत के भाव में भारी वृद्धि, मकान बनाना मुश्किल
ईंट, बजरी और रेत के भाव में भारी वृद्धि, मकान बनाना मुश्किल

संवाद सहयोगी, कलानौर : ईंट, रेत, बजरी के भाव में बेहताशा बढ़ोतरी के कारण गरीब लोगों के लिए अपना मकान बनाना मुश्किल हो गया है। क्षेत्र में पिछले दिनों से भट्ठा बंद होने के कारण ईंटों के भाव में तेजी आ गई है।

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भट्ठा मालिकों द्वारा अव्वल ईंट 6200 से 6500 के तथा टाइल 7200 रुपये प्रति हजार बेची जा रही है। करीब 2 साल पहले यह ईंट का भाव 3800 के करीब था।

इस संबंधी भट्ठा मालिकों ने बताया कि ईंट के भाव में बढ़ोतरी होने का मुख्य का कारण कोयले, डीजल, पथेर आदि के रेटों में हुई भारी बढ़ोतरी व भट्ठे बंद होना है। इसके अलावा इस समय मोटी रेत 3200 व बारीक रेत 3400 रुपये के करीब तथा बजरी 2500 के करीब बिक रही है। मजदूर की प्रति दिन दिहाड़ी 300 रुपये व मिस्त्री की 550 रुपये चल रही है।

भट्ठा मालिक जतेंद्र ¨सह भंगू, मंदीप ¨सह भंगू ने बताया कि बरसाती मौसम दौरान व अन्य कारण संबंधी भट्ठा मालिकों द्वारा पिछले समय से भट्ठे बंद किए हुए हैं। बरसाती मौसम दौरान उनकी कच्ची ईंट का नुकसान होने के कारण लाखों रुपये का नुकसान हुआ है। उन्होंने कहा कि इस बार भट्ठे बंद रहने के कारण उनको बड़ी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।


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