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मैरिज सर्टिफिकेट के लिए तहसील का लग रहा चक्कर

शादी की रजिस्ट्रेशन (मैरिज सर्टिफिकेट) कराने के लिए लोगों को तहसील परिसर में जाना पड़ता है।

By JagranEdited By: Published: Mon, 19 Apr 2021 10:35 PM (IST)Updated: Mon, 19 Apr 2021 10:35 PM (IST)
मैरिज सर्टिफिकेट के लिए तहसील का लग रहा चक्कर
मैरिज सर्टिफिकेट के लिए तहसील का लग रहा चक्कर

बाल कृष्ण कालिया, गुरदासपुर

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शादी की रजिस्ट्रेशन (मैरिज सर्टिफिकेट) कराने के लिए लोगों को तहसील परिसर में जाना पड़ता है। ऐसे में सरकार की ओर से लोगों को परेशानी कम हो इसके लिए सेवा केंद्र से ही सारे काम किए जा रहे हैं, लेकिन इसके बावजूद भी जिले से संबंधित कुछ तहसील आज भी लोगों को शादी रजिस्ट्रेशन करवाने से पहले मार्किग का बहाना बनाकर तहसील परिसर में लोगों को बुला रहे हैं।

राज्य सरकार की ओर से 2020 में एक पत्र भी जारी किया गया था। उसमें साफ कहा गया था कि सेवा केंद्र के फार्म के अलावा तहसील परिसर कोई और औपचारिकता नहीं लगाएगा। इसके बावजूद भी तहसील परिसर के कर्मचारी बयाननामा नाम से एक फार्म लगाकर उसमें शादी करने वाले लड़के और लड़की की अलग-अलग से दो गवाहों की मदद से इस फार्म को भर रहे हैं। मजबूरन दलालों का सहारा लेते हैं लोग

राज्य सरकार की ओर से लोगों को एक ही छत के नीचे सभी सुविधाएं देने के चक्कर में सेवा केंद्र खोले गए हैं। इसके चलते सेवा केंद्र की तरफ से ही सभी औपचारिकताएं लोगों से ले ली जाती है ताकि उन्हें सरकारी कार्यालय तक ना जाना पड़े। हैरानी की बात यह है कि इन सबके बावजूद भी कुछ अधिकारियों की लापरवाही के कारण लोग आज भी कभी सेवा केंद्र तो कभी सरकारी कार्यालयों के चक्कर लगाने को मजबूर हैं। अगर सेवा केंद्र के कर्मचारी सरकारी तौर पर फाइल लोगों के हाथ में थमा देते हैं तो कर्मचारी अपनी ही औपचारिकताओं में उलझा कर लोगों का समय बर्बाद करते हैं। इसके चलते लोगों को मजबूरन बाहर बैठे दलालों के पास जाना पड़ता है। तहसील के बाहर दलाल भी सरगर्म हैं। दलाल बाहर बैठकर लोगों से मोटे पैसे वसूल करके उनके शादी रजिस्टर करवाने की बात कहते हैं। अगर कोई व्यक्ति सीधे तौर पर तहसील परिसर में चला जाए तो उसकी फाइल को उलझा दिया जाता है। मैरिज रजिस्ट्रेशन की फीस

शादी के 1 महीने से तीन महीने तक रजिस्ट्रेशन करवाने पड़े तो दंपती को 1500 रूपये खर्च करने होंगे। छह महीने बीत जाने पर 2500 रुपये, एक साल तक शादी रजिस्टर करवाने पर तीन हजार या फिर इससे ज्यादा अगर समय हो चुका है तो 3500 रुपये देखकर शादी को रजिस्टर करवाया जा सकता है। यह सरकारी फीस है, जो सेवा केंद्र की ओर से ली जाती है। इसके अलावा दंपती का आधार कार्ड, पासपोर्ट, शादी की दो तस्वीरें, अभी औपचारिकताएं सेवा केंद्र से ली जाती है। तहसीलदार अरविंद सलवान से सीधी बात

--सवाल : आपके आफिस में शादी रजिस्टर के समय सेवा के अंदर से जो फाइल दी जाती है उसके साथ कार्यालय में बयाननामा क्यों लगवाया जाता है?

जवाब-- कई बार कोई गलती या धोखे से गलत शादी रजिस्टर करवाना चाहे तो इसके लिए हम यह औपचारिकता रखते हैं।

सवाल--सेवा केंद्र की फाइल में ऐसी कोई औपचारिकता नहीं है?

जवाब -- हम अपनी सेफ्टी के लिए यह सब करते हैं, ताकि कोई हमसे शादी गलत रजिस्टर ना हो जाए।


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