प्रदेश में ही नौकरी मिले तो कोई क्यों जाए विदेश
पंजाब सरकार अगर युवाओं को भरपूर नौकरियों व रोजगार की पेशकश दे तो कोई क्यों अपना घर छोड़कर विदेश में जाकर काम करेगा। पिछले कई सालों से लगातार पंजाब के युवा विदेशों की तरफ अपना रुख कर रहे हैं।
बाल कृष्ण कालिया, गुरदासपुर
पंजाब सरकार अगर युवाओं को भरपूर नौकरियों व रोजगार की पेशकश दे तो कोई क्यों अपना घर छोड़कर विदेश में जाकर काम करेगा। पिछले कई सालों से लगातार पंजाब के युवा विदेशों की तरफ अपना रुख कर रहे हैं। इसका मुख्य कारण बेरोजगारी व प्रदेश में फैलता नशा है। अगर दोबारा से हवाई सेवा ही शुरू होती है तो वह दुबई जाकर कंपनी में काम करना शुरू कर देगा। यह कहना है गुरदासपुर के मोहल्ला इस्लामाबाद के रहने वाले साहिल कुमार का।
उनका कहना है कि वैश्विक महामारी कोरोना वायरस की वजह हर वर्ग का कारोबार बुरी तरह से प्रभावित हुआ है लेकिन ऐसे में कारीगर लोग दोबारा से अपने काम को शुरू करने के लिए वापस विदेशों की तरफ ही रुख करेंगे। उनका कहना है कि अगर पंजाब सरकार बारहवीं कक्षा या फिर स्नातक की डिग्री के बाद युवाओं को नौकरी या अन्य रोजगार देने शुरू कर दे तो कोई भी युवा विदेश की तरफ रुख नहीं करेगा। वैश्विक महामारी फैलने की जैसे ही सूचनाएं मिलनी शुरू हुई तो एकाएक सभी दोस्त अपना काम छोड़कर वतन वापसी को लेकर कहने लगे। ऐसे में मैंने भी अपने घर पर फोन कर दिया कि मैं अब वतन वापसी कर रहा हूं। मेरे पास कुछ पैसे थे हवाई जहाज की टिकट खरीद सकता था कंपनी के मालिक को बताया कि अब मुझे वापस अपने पंजाब भेज दो। उन्होंने भी मुझे कहा कि हां सभी कंपनी के कर्मचारी अपने-अपने घरों और देशों में वापस जा रहे हैं। दुबई से भारत तक का सफर कोरोना वायरस संकट के दौरान ही किया और अब यहां भी आर्थिक स्थिति कमजोर हो चुकी है।
हालात ठीक होने के बाद जाएंगे विदेश
विदेशों में भी कोरोना वायरस महामारी की वजह से हालात खराब हो गए थे। अगर वहां पर हालात सामान्य होते हैं तो वह विदेश में जिस कंपनी में काम कर रहे थे। उसको दोबारा से संपर्क करेंगे। उनका कहना है कि वह दुबई में बहुत जगह को जानते हैं। इसके चलते उन्हें दुबई जैसे शहर में नौकरी ढूंढना मुश्किल काम नहीं है। अगर वह पंजाब में रहते हैं तो उन्हें काम नहीं मिलता है। इसी वजह से वह विदेश का रुख करते हैं।