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गन्ना किसानों ने हाईवे किया जाम, अधिकारियों को बैरंग लौटाया

श्री हरगोबिदपुर के अंतर्गत आते कस्बा हरचोवाल में दोआबा और माझा के गन्ना किसानों ने मांगें नहीं माने पर बुधवार सुबह दस बजे हाईवे जाम कर धरना दिया।

By JagranEdited By: Published: Wed, 20 Nov 2019 05:19 PM (IST)Updated: Thu, 21 Nov 2019 06:11 AM (IST)
गन्ना किसानों ने हाईवे किया जाम, अधिकारियों को बैरंग लौटाया
गन्ना किसानों ने हाईवे किया जाम, अधिकारियों को बैरंग लौटाया

जागरण संवाददाता, बटाला : श्री हरगोबिदपुर के अंतर्गत आते कस्बा हरचोवाल में दोआबा और माझा के गन्ना किसानों ने मांगें नहीं माने पर बुधवार सुबह दस बजे हाईवे जाम कर धरना दिया। इससे दोनों तरफ गाड़ियों की लंबी लाइनें लग गई और राहगीरों को परेशानी हुई। जाम की सूचना पर कादियां के नायब तहसीलदार अमरजीत सिंह, डीएसपी श्री हरगोबिदपुर संजीव कुमार सहित पुलिस पार्टी सहित पहुंची। अधिकारियों ने किसानों से धरना उठाने का अग्रह किया, लेकिन किसानों ने उनकी नहीं सुनी। किसानों ने कहा कि जब तक उनकी मांगें नहीं मानी जाती धरना जारी रहेगा।

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बुधवार सुबह से ही किसान जत्थेबंदियों के सदस्य श्री हरगोबिदपुर मार्ग पर जमा हो गए और सरकार के खिलाफ धरना लगाया। इसमें सैकड़ों की तादाद में दोआबा और माझा के गन्ना किसान पहुंचे और जाम लगा दिया। इससे पहले मांगों को लेकर किसान जत्थेबंदियों ने पहले कई दौर की बैठक की थी। एसडीएम को मांगपत्र भी सौंपा, लेकिन उस पर कोई अमल नहीं हुआ। इस अवसर बलविदर सिंह राजू, राजू औलख, बलजीत सिंह साबी, बाबा तरनजीत सिंह, गुरप्रीत सिंह, लखविदर सिंह, जसपाल सिंह, निशान सिंह, सुरजीत सिंह, अनूप सिंह अमरीक सिंह आदि उपस्थित थे। राहगीर बोले-किसानों की मांगें जायज, लेकिन रोड जाम एकमात्र हल नहीं

उधर, ट्रैफिक जाम में फंसे महिदर सिंह, दलबीर सिंह, हर्षप्रीत कौर ने बताया कि किसानों की मांगें जायज हैं, लेकिन रोड जाम करना इसका एकमात्र हल नहीं है। किसानों को मंत्रियों और प्रशासनिक अधिकारियों के दफ्तर के बाहर धरने लगाने चाहिए। इससे किसानों को आम लोगों का भी समर्थन मिलेगा। पिछले साल किसानों के संघर्ष पर सरकार को झुकना पड़ा था

किसान जत्थेबंदियां हर वर्ष सरकार के खिलाफ अपनी मांगों को लेकर मोर्चा खोलती है। पिछली बार किसान जत्थेबंदियों ने लगभग दस दिन तक विरोध प्रदर्शन जारी रखा था। उस दौरान सरकार और प्रशासन ने उन्हें मनाने की कोशिश की थी, लेकिन वे अपनी मांगों पर अड़े रहे। आखिरकार सरकार को उनके आगे झुकना पड़ा और मांगें मंजूर करनी पड़ी। ये हैं प्रमुख मांगें

किसान संघर्ष कमेटी की पांच प्रमुख मांगें हैं। इसमें सरकार किसानों को 25 रुपये प्रति क्विंटल गन्ना अतिरिक्त दे। कीड़ी अफगाना मिल को 22 नवंबर तक खुलने का आदेश जारी करे। सरकार कीड़ी अफगाना मिल को 20 करोड़ रुपये दे। गन्ना किसान को 350 रुपये प्रति क्विंटल कीमत मिले। गन्ना किसान को बकाया राशि 14 दिन की भीतर जारी की जाए। विधायक लाडी पर भड़के किसान

किसानों के धरने में शामिल होने श्री हरगोबिदपुर के विधायक बलविदर सिंह लाड़ी पहुंचे। इस दौरान जब विधायक ने सरकार की प्रशंसा की तो गन्ना किसान भड़क उठे। उन्होंने विधायक को धरनास्थल से बाहर कर दिया। लंगर का था पूरा बंदोबस्त

किसान संघर्ष कमेटी ने धरनास्थल पर लंगर का पूरी व्यवस्था की। धरने में शामिल किसानों को भूख लगने पर उन्हें एक पंक्ति में बैठकर लंगर वितरित किया गया। इसके अलावा ठंड की वजह से चाय और दूध का विशेष रूप से प्रबंध किया गया।


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