लोगों को पंजाबी भाषा से जोड़ने के लिए बनाई लाइब्रेरी
कस्बे के पास गांव मान शैंडवाल में पंजाबी मां बोली की सेवा करने वाले प्रसिद्ध लेखक जसदेव मान ने लाइब्रेरी बनाकर उसको लोगों को पंजाबी भाषा से जोड़ने के लिए प्रेरित किया।
संवाद सूत्र, फतेहगढ़ चूडि़यां : कस्बे के पास गांव मान शैंडवाल में पंजाबी मां बोली की सेवा करने वाले प्रसिद्ध लेखक जसदेव मान ने लाइब्रेरी बनाकर उसको लोगों को पंजाबी भाषा से जोड़ने के लिए प्रेरित किया। इसका उद्घाटन लेखक डा. अनूप ¨सह बटाला वालों ने किया। उद्घाटन के बाद गुरु नानक देव विश्वविद्यालय अमृतसर के पंजाबी विभाग से लेखक व विद्वान डॉ. दरिया ने अपने भाषण में आए हुए लोगों को पंजाबी मां बोली बारे भाषण देकर पंजाबी भाषा से जोड़ने के लिए कहा। लेखक व विद्वानों के बाद एक कवि दरबार भी करवाया गया। इसमें साहित्य एकेडमी के सेक्रेटरी भू¨पदर ¨सह संधू विशेष तौर पर शामिल हुए। कवि दरबार का आनंद ले रहे लोगों के सामने सुखदेव ¨सह प्रेमीस हीरा ¨सह भट्टी, हरमीत, मंगल ¨सह बाजवा, मनदीप कौर, डा. व¨रदर कौर रंधावा, स¨तदर ¨सह, निर्मल कोटला, रोजी ¨सह, बब्बलप्रीत ¨सह, सुखबीर ¨सह पन्नवां, पुरुषोत्तम आदि ने अपनी कविताएं सुनाकर लोगों को मंत्रमुग्ध किया। इश मौके पर इंद्रजीत ¨सह बाजवा ने मुख्यातिथि डा. अनूप ¨सह, डा. दरिया, भु¨पदर ¨सह संधू व जसदेव मान के परिवार को इस प्रयास के लिए स मानित किया। इस मौके पर गु¨रदर ¨सह बाठ, गोल्डी फुल, चरणजीत ¨सह चन्न, र¨जदर ¨सह बंटू, पल¨वदर ¨सह सारंगल, बिक्रमजीत ¨सह, हर¨पदर ¨सह संधू, हरपाल ¨सह नागरा, रमेश सोनी, जसपाल ¨सह, राजीव टोनी, बल¨जदर ¨सह, हरप्रीत ¨सह, सुखबीर ¨सह संधू आदि उपस्थित थे।