मां ने जवान सिमरदीप के पार्थिव शरीर को दिया कंधा
बीएसएफ जवान सिमरदीप ¨सह (36) का पर्थिव शरीर मंगलवार को उसके आवास पहुंचा।
जागरण संवाददाता, बटाला : बीएसएफ जवान सिमरदीप ¨सह (36) का पर्थिव शरीर मंगलवार को उसके आवास पहुंचा। पूरे राजकीय सम्मान के साथ जवान का अंतिम संस्कार किया गया। इससे पहले जवान की मां बलजीत कौर ने बेटे के पार्थिव शरीर को कंधा दिया। इस अवसर पर मौजूदा शिअद विधायक बलबीर ¨सह लोधीनंगल, पूर्व कैबिनेट मंत्री अश्वनी सेखड़ी, एसडीएम रोहित गुप्ता अंतिम संस्कार पर पहुंचे। वहीं, बीएसएफ की तरफ से असम से बीएसएफ के सब-इंस्पेक्टर मदन लाल ने सैल्यूट किया व जवानों की टुकड़ी ने बंधूकों से सलामी दी।
फिलहाल अभी तक बीएसएफ कांस्टेबल की मौत के कारणों के बारे किसी अधिकारी ने पुष्टि नहीं की। मां बलजीत कौर ने बताया कि उसके बेटे की मौत को उन्हें गम जरूर है, लेकिन उसकी बहादुरी पर पूरा फर्क भी है। उसने बताया की कि बेटे को हमेशा देश की सेवा करने का शौक था, इसलिए उसने बीएसएफ में नौकरी करने का फैसला किया। पिछले एक साल से वह म्यांमार के बॉर्डर पर ड्यूटी दे रहा था। बता दें कि रविवार सुबह साढ़े आठ बजे के करीब सिमरदीप ¨सह जब सरहद पर ड्यूटी दे रहा था तो वहां पर उसे गोली लग गई। इससे वे गंभीर रूप से जख्मी हो गया। चार सौ मीटर की दूरी पर स्थित बीएसएफ अधिकारियों ने गोली की आवाज सुनने के बाद उसे हैलीकप्टर की मदद से अस्पताल लेकर गए, जहां डॉक्टरों ने उसे रविवार शाम 5 बजे मृत घोषित कर दिया। बटाला के दशमेश नगर में सिमरदीप का शव पहुंचने पर सारे इलाके में ीख-चीखकर रोने की आवाजें गूंजने लगी। हर एक की जुबां पर एक ही शब्द था कि सिमरदीप जैसा लड़का उनके मौहल्ले में कोई नही था, कभी छुट्टी काटने घर पर आता तो वे हरएक को मिलता। स्वभाविक तौर पर मिलनासार था। 16 नवंबर को थी शादी
सिमरदीप की मां बलजीत कौर ने बताया कि उसके बेटे की शादी 16 नवंबर को थी। घर में माहौल शादी का था। नवंबर में छुट्टी लेकर घर वापस आना था, लेकिन उससे पहले वाहेगरु को कुछ ओर ही मंजूर था।