अध्यापकों ने जलाया शिक्षा मंत्री का पुतला
शिक्षा विभाग की ओर से पांच अध्यापक नेताओं की मुअत्तली की खबर आते ही अध्यापक संगठनों में गुस्से की लहर फैल गई है।
संवाद सहयोगी, गुरदासपुर : शिक्षा विभाग की ओर से पांच अध्यापक नेताओं की मुअत्तली की खबर आते ही अध्यापक संगठनों में गुस्से की लहर फैल गई है। भड़के सैकड़ों अध्यापकों ने मंगलवार शाम को साझा अध्यापक मोर्चा के निमंत्रण पर गुरु नानक पार्क में भारी संख्या में इकट्ठे होकर रोष रैली की। शिक्षा विभाग की तरफ से अध्यापकों की अधिकारित व जायज मांगें स्वीकार करने के बाद उनको लागू करने में आनाकानी व पांच अध्यापक नेताओं को मुअत्तल करने के विरोध में शहर में रोष प्रदर्शन किया गया। इसके बाद डाकखाना चौक में शिक्षा मंत्री ओपी सोनी का पुतला जलाया गया।
अध्यापक नेता कुलदीप ¨सह पुरेवाल, सोम ¨सह, हर¨जदर ¨सह, गुर¨जदरपाल, सुभाष चंद्र ने कहा कि शिक्षा मंत्री पंजाब की ओर से 1 दिसंबर 2018 को पटियाला में सांझा अध्यापक मोर्चा के धरने में पहुंचकर उनकी सभी मांगों को स्वीकार किया था। मगर उन सभी मांगों को लागू करने में अब आनाकानी की जा रही, जिससे शिक्षा मंत्री का अध्यापक विरोधी चेहरा बेनकाब हो गया है। उन्होंने मांग की कि संघर्ष के दौरान मुअत्तल व आर्जी ड्यूटी, वेतन कटौती संबंधी रिव्यू,5178 अध्यापकों को नवंबर 2017 से रेगुलक करके जनवरी 2019 से पूरा वेतन दिया जाए। शिक्षा प्रोवाइडर, वालंटियर कैटागिरी के अध्यापकों की स्वीकृत मांगों व पांच अध्यापकों की मुअत्तली तुरंत वापिस ली जाए।
नेताओं ने कहा कि यदि सरकार ने स्वीकृत मांगों को लागू न किया तो अध्यापकों द्वारा बड़े स्तर पर सरकार के खिलाफ मोर्चा खोला जाएगा। इस मौके पर बलजोत ¨सह, करनैल ¨सह, सल¨वदर कुमार, स¨तदरजीत, रजनी, प्रकाश ¨सह, जगदीश राज, हरप्रीत ¨सह, पल¨वदर ¨सह, अश्विनी कुमार, विजयपाल शर्मा, सु¨रदर ¨सह, ते¨जदर ¨सह, जसबीर ¨सह आदि उपस्थित थे।