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टकसाली नेताओं को पार्टी से निकालना तानाशाही सोच का प्रमाण

शिरोमणि अकाली दल सिख पंथ की सिरमौर जत्थेबंदी है तथा पंजाब की सियासत में अहम स्थान रखती है।

By JagranEdited By: Published: Tue, 13 Nov 2018 07:10 PM (IST)Updated: Tue, 13 Nov 2018 07:10 PM (IST)
टकसाली नेताओं को पार्टी से निकालना तानाशाही सोच का प्रमाण
टकसाली नेताओं को पार्टी से निकालना तानाशाही सोच का प्रमाण

संवाद सूत्र, काहनूवान : शिरोमणि अकाली दल सिख पंथ की सिरमौर जत्थेबंदी है तथा पंजाब की सियासत में अहम स्थान रखती है। मगर अब शिरोमणि अकाली दल के लिए सिरदर्द बने हुए बादल परिवार द्वारा शिरोमणि अकाली दल को धवस्त किया जा रहा है। उक्त विचार शिरोमणि अकाली दल के हलका कादियां से नेता कुलवंत ¨सह मोती भाटिया, सोहन ¨सह, हरजीत ¨सह व जत्थे. सेवा ¨सह सेखवां के नजदीकी साथियों ने व्यक्त किए।

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उन्होंने कहा कि गत दिनों सेवा ¨सह सेखवां को पार्टी से निष्कासित करने के बाद माझे का जरनैल अकाली रणझीत ¨सह ब्रह्मपुरा, रतन ¨सह अजनाला, र¨वदर ¨सह ब्रह्मपुरा के अलावा बोनी अजनाला को भी पार्टी से निष्कासित करके सुखबीर बादल ने अपनी तानाशाही सोच का प्रमाण दिया है। सुखबीर बादल की इस कार्रवाई से शिरोमणि अकाली दल कमजोर होगा। इस मौके पर बलदेव ¨सह, कश्मीर ¨सह, गोपाल शर्मा, हरजीत ¨सह बाजवा, बल¨वदर ¨सह, जसवंत ¨सह, हंस राज, सतनाम ¨सह, जोध ¨सह, बल¨वदर ¨सह, सूबेदार भजन ¨सह, सलामत मसीह, जसवंत , साहिब ¨सह, न¨रदरजीत ¨सह, मलकीत ¨सह, मनदीप ¨सह, शनरजीत नीटा,बल¨वदर ¨सह, जसवंत ¨सह आदि उपस्थित थे।


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