बीडीपीओ कार्यालय से गायब रहे अधिकारी, तीसरे दिन भी दावेदारों को नहीं मिला एनओसी
पंजाब सरकार के दावों व चुनाव आयोग के आदेशों की धज्जियां उड़ाते हुए जिला प्रशासन की ओर से पंचायत चुनाव लड़ने के इ'छुए दावेदारों को एनओसी व अन्य दस्तावेज मुहैया नहीं करवाए जा रहे हैं।
जागरण संवाददाता, गुरदासपुर : पंजाब सरकार के दावों व चुनाव आयोग के आदेशों की धज्जियां उड़ाते हुए जिला प्रशासन की ओर से पंचायत चुनाव लड़ने के इच्छुए दावेदारों को एनओसी व अन्य दस्तावेज मुहैया नहीं करवाए जा रहे हैं। सोमवार को एनओसी, चूल्हा टैक्स की रसीदें सहित अन्य दस्तावेज लेने काफी संख्या में दावेदार बीडीपीओ दफ्तर पहुंचे, लेकिन मौके पर फिर अधिकारी ही नहीं मिले। इस दौरान वहां रोष जताने के बाद सभी दावेदार पूर्व विधायक गुरबचन सिंह बब्बेहाली के साथ डीसी विपुल उज्जवल से मिले। इस दौरान डीसी ने आश्वासन दिया कि किसी के साथ धक्केशाही नहीं होने दी जाएगी तथा सभी को आवश्यक दस्तावेज मिलेंगे। बब्बेहाली ने सभी दस्तावेज नहीं मिलने पर मंगलवार को बीडीपीओ कार्यालय के घेराव की चेतावनी दी।
बीडीपीओ दफ्तर में दस्तावेज लेने आए शिअद के दावेदारों ने कहा कि एक तरफ पंजाब सरकार के विभिन्न मंत्रियों व विधायकों की ओर से आए दिन निष्पक्ष चुनाव करवाने के दावे किए जाते हैं, वहीं चुनाव आयोग द्वारा भी अधिकारियों को लगातार निर्देश जारी कर बिना किसी पक्षपाद के चुनाव प्रक्रिया मुकम्मल करवाने की हिदायत की जाती है। लेकिन जिले के विभिन्न विधानसभा हलकों में स्थिति इसके बिल्कुल उलट नजर आ रही है। हलकों से संबंधित बीडीपीओ कार्यालय के अधिकारी सत्ता पक्ष के दबाव में लोगों को चुनाव लड़ने के लिए जरूरी दस्तावेज मुहैया नहीं करवाए रहे। हैरानी की बात तो यह है कि पिछले तीन दिन से संबंधित कर्मचारी अपने कार्यालयों में ही नहीं जा रहे। सोमवार को भी विभिन्न पार्टियों के सैकड़ों दावेदार दस्तावेज लेने पहुंचे, लेकिन एक को भी कोई कागजात नहीं दिया गया। इसके बाद बब्बेहाली सहित शिअद नेताओं ने डीसी को मांग पत्र देकर संबंधित अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की चेतावनी दी। बब्बेहाली ने मंगलवार सुबह 10 बजे समूह अकाली नेताओं व वर्करों को बीडीपीओ कार्यालय में पहुंचने की अपील की है। अपनी हार देख बौखला गई कांग्रेस : बब्बेहाली
बब्बेहाली ने कहा कि कांग्रेस पंचायत चुनाव में अपनी हार को देखते हुए बौखलाहट में आ चुकी है। पिछले दो साल में एक भी चुनावी वादा पूरा न किए जाने के चलते कांग्रेस को अपनी हार नजर आ रही है। इससे बचने के लिए कांग्रेस अपनी सत्ता का गलत इस्तेमाल करके लोकतंत्र का हनन कर लोगों की आवाज को दबाना चाहती है। इसमें जिला प्रशासन द्वारा भी उनका पूरा सहयोग किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि अगर कांग्रेस को अपनी कार्यो पर विश्वास है तो वह निष्पक्ष रूप से चुनाव प्रक्रिया मुकम्मल होने दें। सरपंच के लिए 27 व पंच के लिए 67 लोगों ने किया नामांकन
30 दिसंबर को होने जा रहे पंचायत चुनाव के चलते जिला गुरदासपुर में सरपंच व पंच के लिए 94 उम्मीदवारों की ओर से नामांकन किया गया। इनमें से सरपंच पद के लिए 27 व पंच के लिए 67 उम्मीदवारों ने नामांकन किया है। डीसी विपुल उज्जवल ने बताया कि पंचायत चुनाव के लिए 15 दिसंबर से नामांकनदिसंबर तक चलेगी। 20 दिसंबर को नामांकन पत्रों की जांच होगी और 21 दिसंबर को नामांकन पत्र वापस लिए जाएंगे। इसके बाद 30 दिसंबर को मतदान होगा। मतदान का समय सुबह 8 से शाम चार बजे तक का होगा। मतदान के दिन ही पो¨लग स्टेशनों पर मतगणना भी हो जाएगी। पहले दिन हुए नामांकन में दीनानगर से सरपंच पद के लिए 6 व पंच के लिए 10, दोरांगला से सरपंच के लिए 3 व पंच के लिए 9, गुरदासपुर से सरपंच के लिए 3 व पंच के लिए 4,धारीवाल से सरपंच के लिए 6 व पंच के लिए 13, काहनूवान से सरपंच के लिए 1 व पंच के लिए 8, कादियां से सरपंच के लिए 5 व पंच के लिए 18, बटाला से सरपंच के लिए 1 व पंच के लिए भी एक, डेरा बाबा नानक से सरपंच के लिए दो व पंच के लिए चार लोगों ने नामांकन किया है। ब्लॉक श्रीहरगो¨बदपुर, फतेहगढ़ चूड़ियां व कलानौर से एक भी उम्मीदवार ने नामांकन नहीं किया है।