159 करोड़ में 330 शराब ठेके नीलाम, 23 में आठ सर्कल पर राजिंदर वाइन का कब्जा
गुरदासपुर के एक निजी पैलेस में आज आबकारी विभाग की ओर से शराब के ठेकों का ड्रा निकाला गया।
बाल कृष्ण कालिया, गुरदासपुर
जिले के 330 शराब ठेकों की नीलामी 159 करोड़ रुपये में हुई। कुल 23 सर्कल में से सबसे अधिक आठ पर राजिंदर वाइन ने कब्जा किया।
डीसी विपुल उज्जवल की अगुवाई में बुधवार को शहर के एक निजी पैलेस में आबकारी विभाग की ओर से शराब के ठेकों का ड्रा निकाला गया। सबसे पहले डिप्टी कमिश्नर विपुल उज्जवल ने दीनानगर से शुभ एंटरप्राइजेज का ड्रा निकाला। इसके बाद आगे के सभी सर्कल के ड्रा निकालने की प्रक्रिया शुरू की गई। गुरदासपुर से पहला सर्कल राजिंदर वाइन उर्फ जगत सिंह, दूसरा सर्कल सोम सिंह, तीसरा सर्कल एसजी वाइन उर्फ सज्जन सिंह, 4 नंबर सर्कल शुभ एंटरप्राइजेज और पांच नंबर सर्कल बलजिदर सिंह माहल के नाम पर रहा है। बटाला के पांच सर्कल पर राजिदर वाइन ग्रुप का कब्जा रहा है। धारीवाल सिटी में सुपर स्टार ग्रुप ने अपने पैर जमाए। दीनानगर और गाजीकोट में शुभ इंटरप्राइजेज ने अपना कब्जा किया है। कस्बा कादियां में गुरइकबाल सिंह माहल के नाम से शराब के ठेके निकले हैं। श्री हरगोविदपुर में रहमत वाइन ग्रुप ने कब्जा किया है। फतेहगढ़ चूड़ियां न्यू ब्रदर, कोटली सूरत मल्ली में प्रभ दयाल सिंह के नाम से ठेकों के ड्रा निकले हैं। तिबड़ी कैंट में सज्जन सिंह ने कब्जा किया है। दोरांगला और कलानौर में जेएस वाइन फर्म ने शराब के ठेकों पर अपना कब्जा किया है। नोशहरा मजा सिंह में राजिंदर वाइन काहनूवान में (सुबैग सिंह), हरचोवाल में वर्मा एंटरप्राइजेज, अभी कोठे के अलाट हुए हैं। शराब के ठेकों की बोली के दौरान विधानसभा क्षेत्र की रिटर्निंग अधिकारी आबकारी विभाग की सहायक कमिश्नर राजविदर कौर बाजवा ने पैलेस के अंदर लगी वीवीपैट मशीन की जांच की। इस दौरान उन्होंने कानूनगो हरजिदर सिंह बुट्टर को हिदायत दी कि हर व्यक्ति को वोट के लिए जागरूक करें। हालांकि उन्होंने इस दौरान खुद भी वोट का इस्तेमाल करते हुए नोटा बटन दबाया। पूरी प्रक्रिया की हुई वीडियोग्राफी
शराब के ड्रा निकालने की पूरी प्रक्रिया की वीडियोग्राफी की गई। विभाग की ओर से सरकारी तौर पर कैमरामैन पूरे कार्यक्रम की वीडियो के लिए बुलाए गए थे। पंडाल में बैठे शराब के ठेकेदारों को पूरी प्रक्रिया सही दिखे इसके लिए एलईडी लगाई गई थी। कइयों के चेहरे खिले, कई मायूस
जैसे ही मशीन में पर्ची निकल कर बाहर आई तो ठेकेदारों की सांसें थम सी जाती। ऐसे में कई ठेकेदारों के चेहरे खुशी से झूम उठे तो कई लोगों को निराशा का सामना करना पड़ा। हालांकि इस दौरान डिप्टी कमिश्नर के सामने शराब के दौरान निकलने पर कुछ ठेकेदारों ने चीखें मार कर अपनी खुशी का इजहार भी। इनसे विभाग को दस करोड़ पांच लाख 63000 हजार रुपये की आमदनी केवल आवेदनों से हुई है। किस सर्कल से कितने मिले थे आवेदन
-गुरदासपुर सिटी से-- 778
-- बटाला सिटी -- 440
-- धारीवाल सिटी से --189
-- दीनानगर से-- 328
-- कादियां से --51
-- श्री हरगोविदपुर से-- 92
-- फतेहगढ़ चूड़ियां से-- 38
-- गाजीकोट से --286
-- तिबड़ी कैंट से --292
-- दौरानगला से-- 215
-- नौशहरा मज्जा सिंह-- 55
-- काहनूवान से-- 278
-- हरचोवाल -- 234
-- कौटली सूरत मल्ली -- 222
-- कलानौर--- 23
कुल----- 3521 आवेदन मिले। रोते हुए बाहर निकला कारोबारी, कहा-30 लाख का हुआ नुकसान
करीब 30 लाख रुपये से अधिक की शराब के ठेकों के लिए पर्चियां डालने वाले एक ठेकेदार की जब कोई पर्ची नहीं निकली तो रोते हुए पैलेस से बाहर निकले। हालांकि ठेकेदार ने पहली बार ही इस कारोबार में आकर अपनी किस्मत आजमाना चाहा। कारोबारी ने कहा कि लोगों से पैसे उधार में लेकर 30 लाख रुपये से पर्चियां डाली थीं, जो नहीं निकली। इससे उसे भारी नुकसान हुआ है। 150 पुलिस कर्मचारी थे तैनात
पुलिस की ओर से शराब के ठेकों की ड्रा निकालने के चलते करीब डेढ़ सौ पुलिस कर्मचारी तैनात किए गए थे। इस दौरान तीन इंस्पेक्टर और 15 सहायक सब इंस्पेक्टर सहित एक डीएसपी और एसपी रैंक का अधिकारी मौके पर तैनात रहा। हालांकि पूरी जांच पड़ताल के बाद ही लोगों को पंडाल में बैठने की इजाजत दी जा रही थी।