पंजाब रोडवेज बटाला में हेराफेरी की जांच करेंगे स्टेट ट्रांसपोर्ट कमिश्नर
पिछले दिनों पंजाब रोडवेज बटाला (डिपो) में लाखों रुपये की हुई गड़बड़ी का मामला सामने आने पर इसकी जांच की जिम्मेदारी स्टेट ट्रांसपोर्ट कमिश्नर को सौंपी गई है।
जागरण संवाददाता, बटाला : पिछले दिनों पंजाब रोडवेज बटाला (डिपो) में लाखों रुपये की हुई गड़बड़ी का मामला सामने आने पर इसकी जांच की जिम्मेदारी स्टेट ट्रांसपोर्ट कमिश्नर को सौंपी गई है। शनिवार को दैनिक जागरण से बातचीत दौरान पंजाब रोडवेज के सचिव त¨जदर ¨सह धालीवाल ने यह जानकारी दी। सोमवार को तीन अधिकारियों की टीम बटाला डिपो पहुंच रही है। यह टीम टीम कैश में हुई गड़बड़ी की जांच करेगी।
इससे पहले 2017 में बटाला के तत्कालीन रोडवेज डिपो की जीएम एमआर फारुकी ने कैश गड़बड़ी को लेकर दो बार शिकायत चंड़ीगढ भेजी थी। गत दिनों इंटक नेता ने भी पंजाब रोडवेज बटाला पर लाखों की गड़बड़ी करने के आरोप लगाए थे। दरअसल, पंजाब रोडवेज बटाला के डिपो पर कैश हेराफेरी, सरकारी पेट्रोल में हेराफेरी, सरकारी बसों की टाइ¨मग को लेकर पंजाब रोडवेज चंडीगढ़ तथा ट्रांसपोर्ट मंत्री तक शिकायतें मिल रही थीं। इन गड़बड़ियों को लेकर दैनिक जागरण ने पिछले दिनों काफी प्रमुखता से खबरें प्रकाशित की थीं। मामले पर पंजाब रोडवेज डिपो के जीएम से जितनी बार उनकी प्रतिक्रिया जानने की कोशिश की तो वे हर बार भड़क उठते। इस संबंध में ट्रांसपोर्ट मंत्री अरुणा चौधरी से बात की गई थी तो उन्होंने साफ तौर कह दिया कि किसी को गलत काम करने की इज्जात नही दी जा सकती। जरूर जांच होगी तथा दोष साबित होने पर कार्रवाई की जाएगी। इसके बाद मुख्य दफ्तर चंडीगढ़ ने मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच कमेटी की घोषणा की। सोमवार तक टीम जांच करने के लिए पहुंच सकती है। फिलहाल किन अधिकारियों के यहां पहुंचने के आसार है, उनके नाम विभाग ने सार्वजनिक नहीं किए हैं। इंटक नेता ने आरोप लगाकर किया था खुलासा
इंटक नेता र¨वदर ¨सह ने रोडवेज डिपो (बटाला) के अधिकारियों के खिलाफ आरोप लगाते कहा था कि पिछले दिनों पंजाब रोडवेज डिपो बटाला में कैश को लेकर लाखों की गड़बड़ी हुई। इसके बारे उनकी यूनियन ने आवाज उठाई है। शिकायत तत्कालीन जीएम एमआर फारुकी के पास पहुंची, जिन्होंने एक पत्र लिखकर चंडीगढ़ ऑफिस भेजा। रविंदर सिंह ने आरोप लगाते कहा कि डिपो में सरकारी बसों की टाइ¨मग को लेकर भी विभाग के उच्चाधिकारियों की मिलीभगत से बड़े स्तर पर घोटला हो रहा है। उन्होंने मांग विजिलेंस से मामले की जांच करवाने की मांग की। आधा जमा होता रहा पैसा
इंटक नेता र¨वदर ¨सह ने आरोप लगाया कि शाम को पनबस बसों का जितना कैश बस सहचालक टिकटों के रूप में इकट्ठा करते थे। उसमें कुछ पैसे जमा करवा देते, बाकी कैश की हेराफेरी कर देते। इस काम में उनके साथ कैश शाखा के कुछ अधिकारी मिले हुए थे। मामला गर्माने के बाद कइयों ने कैश जमा करवा दिया, लेकिन अभी भी कैश के मिलान में काफी अंतर पाया जा रहा है। मामला उनके ध्यान में आ चुका है। स्टेट ट्रांसपोर्ट कमिश्नर दिलराज ¨सह को जांच की जिम्मेदारी सौंपी है। टीम बटाला डिपो जाकर बारीकी से जांच करेगी। जांच में आरोप साबित होने पर कार्रवाई की जाएगी।
तजिंदर सिंह धारीवाल, सचिव, स्टेट पनबस।