गेहूं की सरकारी खरीद शुरू, मंडियों में नहीं कोई प्रबंध
प्रदेश में गेहूं की सरकारी खरीद हर साल की तरह इस साल भी एक अप्रैल से शुरू करने की घोषणा कर दी है।
रजिदर कुमार, गुरदासपुर
प्रदेश में गेहूं की सरकारी खरीद हर साल की तरह इस साल भी एक अप्रैल से शुरू करने की घोषणा कर दी है। हालांकि अभी गेहूं की फसल मंडियों में नहीं पहुंची है। एक सप्ताह के भीतर गेहूं के मंडियों में पहुंचने के आसार है, लेकिन शहर की दाना मंडी में अभी तक फसल खरीदने के लिए कोई प्रबंध नहीं किए गए हैं।
हालांकि मंडी बोर्ड के सचिव ने दावा किया है कि उनकी ओर से गेहूं की सरकारी खरीद संबंधी प्रबंध पूरे कर लिए गए हैं, लेकिन वास्तव में दाना मंडी अभी लावारिस बनी हुई है। गौरतलब है कि हर साल गेहूं की सरकारी खरीद एक अप्रैल को मंडी बोर्ड की ओर से शुरू कर दी जाती है। पंजाब मंडी बोर्ड के चेयरमैन लाल सिंह ने हरेक जिले में मंडी बोर्ड के अधिकारियों को सख्ती से मंडियों में खरीद संबंधी सभी प्रबंध पुख्ता करने के आदेश दिए हैं। लेकिन गुरदासपुर दाना मंडी में गेहूं की खरीद संबंधी कोई प्रबंध नहीं किया गया। दाना मंडी में अभी तक ना तो बारदाने का प्रबंध किया गया है और न ही मंडियों में गेहूं की फसल बेचने आने वाले किसानों के लिए किसी सुविधा का प्रबंध है। मंडी बोर्ड के सचिव द्वारा अपने कार्यालय में ही बैठकर सभी प्रबंध पुख्ता होने के दावे किए जा रहे हैं। उचित प्रबंध नहीं होने के कारण परेशान होते हैं किसान
ज्ञात रहे कि दाना मंडी गुरदासपुर में हर साल पुख्ता प्रबंधों का भारी टोटा रहता है। इस कारण गेहूं की फसल मंडियों में बेचने आने वाले किसानों को भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। अप्रैल महीने में भारी गर्मी का प्रकोप रहता है, लेकिन हर साल मंडी में पानी व छाया के लिए कोई खास प्रबंध नहीं किया जाता। इस कारण मंडी में किसानों को धूप में ही बैठकर अपनी फसल की खरीद होने तक इंतजार करना पड़ता है। इसके अलावा बारदाने की भी कमी हर साल रहती है। दाना मंडी को जाने वाली सड़क की हालत दयनीय
दाना मंडी को जाने वाली सड़क की हालत दयनीय होने के कारण किसानों के लिए हर साल उक्त सड़क समस्याओं का कारण बनती है। हालांकि दाना मंडी को जाने वाली सड़क की मरम्मत के लिए विधायक बरिदरमीत सिंह पाहड़ा की ओर से नींव पत्थर रख दिया गया है। लेकिन सड़क अभी तक न बनाई जाने के कारण इस बार भी किसानों को उक्त गड्ढों से भरी सड़क से ही अपनी गेहूं को लेकर जाना पड़ेगा। इस बार धूप में ही बैठेंगे किसान
काबिलेजिक्र है कि गुरदासपुर दाना मंडी की ग्राउंड में पिछले कई सालों से दो पेड़ लगे हुए हैं, जो भीषण गर्मी में किसानों को काफी राहत प्रदान करते थे। अधिकतर किसान धूप से बचने के लिए इन्हीं वृक्षों के नीचे बैठते थे। लेकिन मंडी में अब दोनों वृक्ष पूरी तरह से सूख चुके हैं। इस कारण मंडी बोर्ड के प्रबंधों में भारी कमी होने के कारण किसानों को धूप में ही बैठना पड़ता है। एक सप्ताह के भीतर मंडियों में गेहूं आने के आसार
गौरतलब है कि मौसम में एकदम से तब्दीली आने के कारण अब गेहूं की फसल पकने के लिए एक सप्ताह का समय ही लग सकता है। एक सप्ताह के अंदर मंडियों में गेहूं आने के आसार भी है। मंडी बोर्ड के अधिकारियों के लिए एक सप्ताह के भीतर पुख्ता प्रबंध करना एक चुनौती होगा। यदि प्रबंध जल्द न किए गए तो मंडी में फसल बेचने आने वाले किसानों को भी भारी परेशानी से जूझना पड़ सकता है। कोट्स
दाना मंडी में गेहूं की खरीद संबंधी सभी पुख्ता प्रबंध कर लिए गए हैं। मंडी में गेहूं बेचने आने वाले किसानों को किसी प्रकार की कोई समस्या पेश नहीं आने दी जाएगी।
-कुलजीत सिंह, सचिव, मंडी बोर्ड।