मां सरस्वती की महिमा का गुणगान
शहर के विभिन्न क्षेत्रों में मां सरस्वती की पूजा धूमधाम से मनाई गई।
संस, बटाला : शहर के विभिन्न क्षेत्रों में मां सरस्वती की पूजा धूमधाम से मनाई गई। इस दौरान हवन भी किया गया, जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने भाग लिया। श्रद्धालुओं ने मां सरस्वती की महिमा का गुणगान किया। श्रद्धालुओं के लिए लंगर का प्रबंध भी किया गया। सोमवार को मां सरस्वती जी की मूर्ति को श्रद्धालुओं ने ढोल नगाड़ों के साथ नाचते हुए और रंग उड़ाते हुए श्रद्धापूर्वक विसर्जित करने के लिए विभिन्न क्षेत्रों में पड़ते दरियों मे ले गए। इस मौके पर मुंगेरी लाल बैंक कालोनी, शिव कुमार, बजरंगी यादव, राम लाल, राजेश, शिव कुमार, ज¨तदर, मनोज, म¨नदर कुमार, मुन्ना कुमार व अन्य मौजूद थे। सरस्वती पूजा से शुरू हो जाता है बसंत का मौसम
सरस्वती पूजा से बसंत का मौसम शुरू हो जाता है। बसंत को ऋतुओं यानी मौसमों का राजा कहा जाता है। इसे प्यार का मौसम भी कहते हैं, क्योंकि धरती इस मौसम में खूबसूरत फूलों का श्रृंगार करती है। इस दिन देश के अलग-अलग हिस्सों में कई उत्सव मनाने का भी रिवाज है। बसंत पंचमी पर मां सरस्वती की पूजा की जाती है और बच्चों की पढ़ाई का आरंभ भी कियाजाता है। बसंत पंचमी पर विद्या और बुद्धि की देवी सरस्वती की पूजा की जाती है। पारंपरिक रूप से देश के कई हिस्सों में इस दिन बच्चे को प्रथमाक्षर यानी पहला शब्द लिखना और पढ़ना सिखाया जाता है।