जानलेवा साबित हो सकता है हाई ब्लड प्रेशर : डॉ. भल्ला
इंडिया हाईपरटेंशन मैनेजमेंट इनीसिएटिव (आइएचएमआइ) के तहत बुधवार को माता सुलखनी जी सिविल अस्पताल में एक सेमिनार करवाया गया।
संवाद सहयोगी, बटाला : इंडिया हाईपरटेंशन मैनेजमेंट इनीसिएटिव (आइएचएमआइ) के तहत बुधवार को माता सुलखनी जी सिविल अस्पताल में एक सेमिनार करवाया गया। इसमें डॉक्टर ललित मोहन, डॉ. मनदीप कौर, डॉक्टर प्रेम ज्योति, डॉक्टर भूपिद्रजीत कौर और आम लोगों ने हिस्सा लिया। इसमें एनसीडी स्टाफ भूपिदर जीत कौर, रंजीत कौर, साक्षी गुप्ता हाजिर थे।
डॉ. ललित मोहन ने बताया कि ब्लड प्रेशर की बीमारी वर्तमान समय में छोटी उम्र से ही होती जा रही है। इसमें सिर दर्द, शरीर दर्द, नजर में कमी, चक्कर आना और किसी मरीज में कोई भी निशानी नहीं होती। इस कारण यह बीमारी का काफी समय तक पता नहीं चलता और इसका उस वक्त पता लगता है जब यह शरीर को नुकसान पहुंचा चुकी होती है। उन्होंने कहा कि ब्लड प्रेशर के साथ मरीजों के गुर्दे, दिमाग, दिल, आंखें आदि के ऊपर बुरा प्रभाव पड़ता है। इसके इलाज करवाने में कोई लापरवाही नहीं करनी चाहिए। इस दौरान एसएमओ डॉक्टर संजीव भल्ला ने कहा कि आइएचएमआइ प्रोग्राम सरकार की तरफ से चलाया जा रहा है। इस प्रोजेक्ट में 18 साल के ऊपर हर व्यक्ति को अपना ब्लड प्रेशर चेक करवाना जरूरी है। चाहे उसको कोई बीमारी हो या ना हो। उन्होंने कहा कि मरीजों कि आइएचएमआइ प्रोग्राम में ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन की जाती है और उनका समय अनुसार चेकअप किया जाता है। उनको बनती हुई दवाई दी जाती है। डॉक्टर भल्ला ने बताया कि 18 साल की उम्र से ज्यादा 27 फीसद लोग इस बीमारी के साथ पीड़ित हैं और तकरीबन 65 फीसद से ज्यादा लोग नॉन कम्युनिकेबल बीमारियों के साथ हुए कई मौतों में ब्लड प्रेशर कहीं ना कहीं अपना योगदान पा रहा है।