Punjab Dussehra : गुरदासपुर में शरारती तत्वों ने रावण के पुतले को लगाई आग, लोगों में भारी गुस्सा
मेला कमेटी के प्रधान जोगिंदर कालिया ने बताया कि अभी तैयारियां चल ही रही थीं कि किसी शरारती तत्व ने रावण के पुतले को आग लगा दी। उन्होंने आशंका जताई कि किसी ने रावण के पैर छूते समय इस घटना को अंजाम दिया है।
जागरण संवाददाता, गुरदासपुर। बुधवार को यहां सरकारी कालेज में दशहरा मेले के आयोजन के दौरान रावण, कुंभकर्ण और मेघनाथ के पुतले लगाए गए थे। मेला कमेटी के प्रबंधक बाकी की तैयारियों में व्यस्त थे। रावण दहन का कार्यक्रम करीब छह बजे होना था। शाम करीब साढ़े चार बजे किसी शरारती तत्व ने रावण के पुतले को आग लगा दी।
इससे पहले प्रबंधक कुछ समझ पाते देखते ही देखते रावण का पुतला जलकर राख हो गया। हालांकि उस समय मैदान में ज्यादा लोग नहीं थे, जिसके चलते कोई बड़ा हादसा होने से टल गया। खास बात यह है कि गुरदासपुर के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है कि किसी शरारती तत्व की ओर से ऐसी घटना को अंजाम दिया गया हो।
मेला कमेटी के प्रधान जोगिंदर कालिया ने बताया कि अभी तैयारियां चल ही रही थीं कि किसी शरारती तत्व ने रावण के पुतले को आग लगा दी। इससे पहले कि वे कुछ समझ पाते रावण का पुतला धू-धू कर जल गया। उन्होंने बताया कि इस दौरान कोई बड़ा नुकसान होने से बच गया है।
रावण के पांव छूते समय घटना को दिया अंजाम
उन्होंने संदेह जताया है कि किसी शरारती तत्व ने रावण के पुतले के पांव छूते समय घटना को अंजाम दिया है। फिलहाल कमेटी के सदस्य यह जानने का प्रयास कर रहे हैं कि आखिर पुतले को आग लगाई किसने है। उधर रावण के पुतले के बिना ही मेले का आयोजन करना पड़ा।
विधायक बरिंदरमीत बने विशेष मेहमान
सरकारी कालेज के खेल मैदान में आयोजित मेले के दौरान विधायक बरिंदरमीत सिंह पाहड़ा मुख्य मेहमान के तौर पर पहुंचे। उन्होंने कहा कि यह त्यौहार देश की सांस्कृतिक एकता को सुदृढ़ करता है और हमें अच्छाई के मार्ग पर प्रेरित करता है। मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम के जीवन मूल्यों से जुड़ा यह त्यौहार नैतिकता और न्याय के महत्व को स्थापित करता है। यह पर्व लोगों के जीवन में सुख और समृद्धि लाएगा ।