खुले में बायो मेडिकल वेस्ट फेंक रहे अस्पताल
अस्पतालों में प्रयोग होने वाला बायो मेडिकल बेहद खतरनाक होता है। अगर, उसका उचित डिस्पोज न किया जाए तो यह पर्यावरण को प्रभावित करता है, वहीं लोगों के लिए भी हानिकारक होता है।
संवाद सहयोगी, दीनानगर : अस्पतालों में प्रयोग होने वाला बायो मेडिकल बेहद खतरनाक होता है। अगर, उसका उचित डिस्पोज न किया जाए तो यह पर्यावरण को प्रभावित करता है, वहीं लोगों के लिए भी हानिकारक होता है। कस्बे के अस्पताल बायो मेडिकल वेस्ट खुले में ही फेंक रहे हैं। इससे लोगों को गंभीर खतरा हो सकता है।
बायो मेडिकल वेस्ट मैनेजमेंट और हैंड¨लग कानून 1998 के अनुसार जो भी चिकित्सा संस्थान बायो मेडिकल वेस्ट को आधुनिक उपकरणों के प्रयोग से नष्ट नहीं करते और उनको खुले में फैंकते हैं, उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने का प्रावधान है। बुधवार को जब दीनानगर शिवसेना के नेता ¨प्रस आनंद एवं अजय कुमार ने कूड़ा कर्कट पर ऐसे बायो मेडिकल वेस्ट को देखा तो हैरान रह गए। उक्त दोनों शिवसेना नेता ने सिविल सर्जन को ऐसे अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ कार्रवाई करने की बात कही। ¨प्रस आनंद एवं अजय कुमार ने संयुक्त रूप से अस्पताल, नसिौंग होम, क्लीनिक एवं डिस्पेंसरी व पैथोलॉजिकल लैब द्वारा बायो मेडिकल वेस्ट को खुले में फेंकने का सख्त विरोध किया। आधुनिक तकनीक से नष्ट करना चाहिए बायो मेडिकल वेस्ट
बता दें कि बायो मेडिकल वेस्ट बेहद खतरनाक होता है। इसका निस्तारण भी आधुनिक तरीकों से नष्ट करके किया जाना चाहिए। सरकार द्वारा पिछले लंबे समय से खुले में निस्तारण संबंधी अस्पताल प्रबंधनों को कड़े निर्देश दिए गए हैं, लेकिन विभागों की लापरवाही एवं खामोशी के चलते बायो मेडिकल वेस्ट को कूड़े में ही फेंक कर पर्यावरण एवं मनुष्य जीवन को खतरे में डाला जा रहा है। ऐसे में स्वास्थ्य विभाग को अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ कड़ा संज्ञान लेने की जरूरत है। बायोमेडिकल को उठाने के लिए विशेष वाहन है : सीएमओ
सिविल सर्जन डॉ. कृष्ण कुमार ने बताया कि सभी अस्पतालों और क्लीनिक के बायोमैट्रिक कचरे के लिए सरकार द्वारा एक विशेष वाहन का प्रबंध किया गया है। यह वाहन इस कचरे को चिकित्सा संस्थानों से उठाकर सरकारी निर्देशों के अनुसार तथा पर्यावरण संरक्षण को मध्य नजर रखते हुए नष्ट कर देते हैं। इसकी बहुत मामूली सी फीस ली जाती है। बायोमेडिकल को कूड़े के साथ फेंकने वालों पर होगी कार्रवाई : ईओ
नगर कौंसिल के ईओ अनिल मेहता ने बताया कि नियम के अनुसार कोई भी अस्पताल व लैब अपने बायो मेडिकल बेस्ट को कूड़े में नहीं फेंक सकते। जो भी अस्पताल व लैब कूड़े कर्कट के साथ बायोमेडिकल वेस्ट को फेकेंगा, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।