डेंगू मरीज रेफर, सिविल अस्पताल के डॉक्टरों पर लापरवाही के आरोप
सिविल अस्पताल में दो दिन से दो डेंगू मरीज को अमृतसर रेफर करने पर पीड़ित परिवार ने अस्पताल के डॉक्टरों पर आरोप लगाए है।
जागरण संवाददाता, बटाला : सिविल अस्पताल में दो दिन से दो डेंगू मरीज को अमृतसर रेफर करने पर पीड़ित परिवार ने अस्पताल के डॉक्टरों पर आरोप लगाए है। उनका कहना है कि डॉक्टरों ने उनसे साफ तौर पर कह दिया कि अगर उनके मरीज को इलाज के दौरान कुछ हो जाता है तो उनकी इसमें कोई जिम्मेदारी नहीं होगी।
पीड़ित परिवार अस्पताल प्रशासन पर आरोप लगा रहा है कि डेंगू वार्ड में कुछ सिफारिश मरीजों को दाखिल किया गया, जिनका इलाज पूरी सुविधाओं के साथ किया जा रहा है। दरअसल, बुधवार दोपहर गुरु नानक नगर के रहने वाले शमशेर सिंह अपनी 19 वर्षीय बेटी अनू को इलाज के लिए सिविल अस्पताल लेकर आए। टेस्ट हुए उसकी रिपोर्ट में डेंगू की पुष्टि हुई। शमशेर सिंह ने आरोप लगाए कि अस्पताल के डॉक्टरों ने तुरंत उसे बोल दिया कि मरीज के सेल बहुत कम हैं। अमृतसर ने उसे गुरु नानक देव अस्पताल में रेफर कर दिया। इमरजेंसी पर मौजूद डॉक्टर पर शमशेर ने आरोप लगाते कहा कि उसने साफ कह दिया कि अगर इलाज के दौरान मरीज को कुछ हो जाता है तो उनकी कोई जिम्मेदारी नहीं होगी। तुरंत निजी एंबुलेंस कर अनु को अमृतसर ले जाया गया।
इसी तरह वीरवार को रतन लाल निवासी मिया मोहल्ला अपने बेटे निशान को सिविल अस्पताल लेकर आए। उसे भी डेंगू था। वहा डॉक्टरों ने उसे ग्लूकोज चढ़ाकर साथ ही अमृतसर रेफर कर दिया। रतन लाल ने डॉक्टर पर आरोप लगाते कहा कि मरीज को सही तरह से ट्रीटमेंट भी नहीं दी गई। उनके पास गंभीर रूप से डेंगू मरीजों के इलाज की पूर्ण सुविधा नहीं है। इसलिए वे अमृतसर के गुरु नानक देव अस्पताल मरीज को रेफर कर रहे हैं।
डॉ. संजीव भल्ला, एसएमओ, सिविल अस्पताल। मामला उनके ध्यान में आ चुका है। इसकी जाच करवा ली जाती है। अगर कोई गलती निकलती है तो उसके खिलाफ बनती कार्रवाई की जाएगी।
डॉ. किशन चंद, सिविल सर्जन।