श्री गुरु नानक देव उत्सव समारोह के अंतिम दिन हुआ गुरबाणी कीर्तन
श्री गुरु नानक देव उत्सव के चौथे व अंतिम दिन सुर मंडल भाई मरदाना राग दरबार में गुरु की इलाही बाणी की कथा व कीर्तन का प्रवाह चला।
संवाद सहयोगी, डेरा बाबा नानक : श्री गुरु नानक देव उत्सव के चौथे व अंतिम दिन सुर मंडल भाई मरदाना राग दरबार में गुरु की इलाही बाणी की कथा व कीर्तन का प्रवाह चला। इसमें प्रसिद्ध कथा वाचकों ने गुरु की बाणी की कथा व कीर्तनी जत्थों ने रब्बी बाणी का गायन कर पूरा दिन गुरबाणी का प्रवाह चलाकर संगत को निहाल किया। इस दौरान स्त्री सम्मेलन, गुरमति विचार व कविशरी दरबार भी करवाया गया।
संत समाज के मुखी बाबा सरबजोत सिंह बेदी समेत विभिन्न सिख संगठनों के प्रतिनिधि व नेता बड़ी संख्या में शामिल हुए। साहिब ज्ञानी जसवंत सिंह ने कथा से संगत को गुरु के साथ जोड़ा। इस दौरान स्त्री सम्मेलन के मौके पर प्रसिद्ध लेखकों व विद्वान डॉ. हरशिदर कौर की किताब गुरु नानक की मानव कल्याणकारी शिक्षाएं कैबिनेट मंत्री सुखजिदर सिंह रंधावा व संत महापुरुषों ने रिलीज की। डॉ. हरशिदर कौर ने कहा कि आज भी बाबा नानक की बाणी व उनकी शिक्षों से मार्गदर्शन लेने की जरूरत है। महिलाओं को आज भी समाज में समानता का अधिकार मिलना बाकी है। कैबिनेट मंत्री रंधावा ने कहा कि श्री करतारपुर साहिब का रास्ता खुलना संगत की लंबे समय से की अरदास है। उन्होंने उत्सव में पहुंची शख्सियतों, संत महापुरुषों, कीर्तनी जत्थों व समूह संगत का धन्यवाद किया। इस मौके पर प्रधान संत समाज बाबा सरबजोत सिंह बेदी, संत बाबा हरी सिंह रंधावे वाले, संत जगजीत सिंह, संत सुरिदर सिंह मोहाली, संत हरजिदर सिंह, ज्ञानी नच्छत्तर सिंह, संत बाबा युद्ध सिंह, बाबा पाल सिंह आदि उपस्थित थे।