सरकारी वन संपदा मिट्टी में हो रही दफन, विभाग मौन
एक तरफ कांग्रेस सरकार खाली खजाने से जूझ रही है तो दूसरी तरफ वन विभाग के अधिकारियों को शायद खाली खजाने के बारे में पता ही नहीं लगा। वन विभाग की संपत्ति मिट्टी में दफन हो रही है, इसकी कीमत लाखों रुपये बनती है ।
संवाद सहयोगी, दीनानगर : एक तरफ कांग्रेस सरकार खाली खजाने से जूझ रही है तो दूसरी तरफ वन विभाग के अधिकारियों को शायद खाली खजाने के बारे में पता ही नहीं लगा। वन विभाग की संपत्ति मिट्टी में दफन हो रही है, इसकी कीमत लाखों रुपये बनती है ।
उक्त मामले संबंधी स्थानीय निवासी जस¨वदर ¨सह, हरचरण ¨सह , परमजीत ¨सह , निर्मल ¨सह, कमल किशोर आदि ने बताया कि वन विभाग के दीनानगर के आसपास सैकड़ों कीमती वृक्षों सड़क किनारे 7 वर्ष से गिरे पड़े हैं। इन वृक्षों को दीमक खा रहे हैं। इस कारण सरकार के लाखों रुपए मिट्टी में दफन हो रहे हैं। किसी भी कर्मचारी या अधिकारी के पास इन को नीलाम करवाने का समय नहीं है। उन्होंने बताया कि इन वृक्षों में से ज्यादातर आम के कई वृक्ष चोरी भी हो चुके हैं, जिनके बारे कुछ पता नहीं और ना ही इन चोरी हुए वृक्षों संबंधी कोई एफआईआर दर्ज करवाई गई है। इससे लगता है कि सारा कुछ वन विभाग के कर्मचारियों व अधिकारियों की मिलीभगत से हो रहा है । लोगों ने मांग की है कि सरकारी रिकॉर्ड के अनुसार इन वृक्षों की चोरी हुई लकड़ी के बारे पता लगाया जाए व सुखी व गिरे हुए वृक्षों की तुरंत नीलामी करवाई जाए। इससे सरकारी रुपए सरकार खजाने में जमा हो सके ।