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गांव कुंडे घेसला में 50 एकड़ गेहूं जलकर राख

संवाद सहयोगी, दीनानगर : शनिवार को दीनानगर के अंतर्गत पड़ते गांव कुंडे घेसला में आग लग जान

By JagranEdited By: Published: Sat, 21 Apr 2018 06:30 PM (IST)Updated: Sat, 21 Apr 2018 06:30 PM (IST)
गांव कुंडे घेसला में  50 एकड़ गेहूं जलकर राख
गांव कुंडे घेसला में 50 एकड़ गेहूं जलकर राख

संवाद सहयोगी, दीनानगर : शनिवार को दीनानगर के अंतर्गत पड़ते गांव कुंडे घेसला में आग लग जाने के कारण किसानों का करीब 50 एकड़ गेहूं की फसल जल गई। 100 से अधिक नौजवान व बूढ़े किसानों ने पत्तों के सहारे आग पर काबू पाना शुरू किया। करीब एक घंटा कड़ी मशक्कत करने के बाद किसानों ने आग पर काबू पाया।

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गांव तगियाल निवासी लख¨वदर ¨सह पुत्र खजान ¨सह ने बताया कि आग लगने के दौरान दमकल विभाग को फोन किया गया लेकिन पहले तो विभागीय अधिकारियों की ओर से करीब 20 मिनट तक फोन नहीं उठाया गया उसके बाद जब फोन उठाया गया करीब 2 घंटे के बाद जब तक गाड़ियां घटनास्थल तक पहुंचती तब तक किसानों द्वारा आग पर पूरी तरह से काबू पाया जा चुका था। पीड़ित किसान रूप ¨सह जरनैल ¨सह करनैल ¨सह लख¨वदर ¨सह सुलखान ¨सह मक्खन ¨सह किशनचंद प्रभात ¨सह आदि ने संयुक्त रूप से कहा कि दमकल वाहन की एक गाड़ी पठानकोट जबकि दूसरी गाड़ी गुरदासपुर से आई थी, ऐसे में अगर दीनानगर के पास कोई दमकल गाड़ी होती तो आग पर आसानी से काबू पाया जा सकता था। घटना के दौरान मौके पर पहुंचे दीनानगर थाना प्रभारी कुल¨वदर ¨सह ने जली हुई फसल का जायजा लिया और इसकी रिपोर्ट करने के लिए क्षेत्र के पटवारी को कह दिया है।

दीनानगर में होते दमकल गाड़ी तो होता कम नुकसान

बता दे कि दीनानगर नगर कौंसिल की ओर से कांग्रेस सरकार के सत्ता में आने के दौरान एक दमकल वाहन कौंसिल को दिया गया था लेकिन विभागीय स्टाफ की कमी व कौंसिल के पास फंड की कमी के होने के चलते दमकल वाहन को पठानकोट नगर निगम को दे दिया गया था। ऐसे में कौंसिल को चाहिए था कि इस सीजन के दौरान वह इस दमकल वाहन को अपने पास रखता है और इसके लिए पर्याप्त स्टाफ की सूची बनाकर संबंधित विभाग को भेजता जिक्रयोग हो कि अगर दीनानगर नगर कौंसिल में दमकल वाहन होती तो आगजनी के कारण किसानों के जो नुकसान हुआ है वह कम होता। किसानों ने की मुआवजे की मांग

पीड़ित किसानों ने सरकार से मांग की है कि उनको जले फसल का मुआवजा दिया जाए उन्होंने कहा कि यह उनके 6 महीने की मेहनत है लेकिन इस बार देरी से पकने के कारण वह आगामी दो-तीन दिनों में फसल को कटवाने ही वाले थे कि आज जानी शनिवार को खेतों में अचानक आग लग गई जिसके चलते उन्हें भारी रूप से आर्थिक नुकसान हुआ है।


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