डाक्टरों को रिहा करने के विरोध में एसएसपी कार्यालय घेरा
पिछले दिनों एक निजी अस्पताल में आपरेशन के दौरान सरकारी अध्यापिका की हुई मौत के मामले में तीन डाक्टरों को गिरफ्तार किया था।
जागरण संवाददाता, गुरदासपुर : पिछले दिनों एक निजी अस्पताल में आपरेशन के दौरान सरकारी अध्यापिका की हुई मौत के मामले में तीन डाक्टरों को गिरफ्तार किया था। बाद में पुलिस ने इनको रिहा कर दिया। इसके विरोध में बुधवार को किसान, मजदूर, कर्मचारी और अन्य वर्गो ने विशाल रैली करने के बाद एसएसपी कार्यालय का घेराव कर धरना दिया। संयुक्त किसान मोर्चे के नेतृत्व में तीन घंटे चले धरने के दौरान नारेबाजी भी की गई।
संगठन के नेताओं गुलजार सिंह बसंतकोट, तरलोक सिंह बहरामपुर, बलविदर सिंह रवाल, सुखदेव सिंह भागोकावां, मक्खन सिंह कोहाड़, गुरनाम सिंह संघर आदि ने संयुक्त तौर पर कहा कि डाक्टरों की लापरवाही के कारण ही सरकारी अध्यापिका की मौत हुई है। हालांकि डाक्टरों के खिलाफ मामला दर्ज कर गिरफ्तार किया गया था, मगर अब यह धारा हटा दी गई है और उन्हें रिहा कर दिया गया है। उनकी मांग है कि फिर से धारा बहाल करके इन्हें गिरफ्तार कर जेल भेजा जाए। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि डाक्टरों को जेल न भेजा गया तो तेज संघर्ष शुरू किया जाएगा। उन्होंने कहा कि सात जुलाई को सरकारी अध्यापिका के भोग के बाद जल्द ही बैठक कर अगली रणनीति तय की जाएगी। इस मौके पर हरजीत सिंह, एमएस रंधावा, अमरक्रांति, बलबीर सिंह कत्तोवाल, जगीर सिंह सलाच, दलवीर सिंह, हरभजन सिंह, मनप्रीत सिंह, गुरदयाल सिंह, अश्वनी कुमार, खजान सिंह, मक्खन सिंह, कुलविदर सिंह, तरलोक सिंह, महिदर आदि उपस्थित थे।
उधर, धरने के बारे में जानकारी मिलने के बाद एसएसपी हरजीत सिंह धरनास्थल पर पहुंचे। उन्होंने मांगपत्र लेकर मांगें पूरी करने का आश्वासन दिलाया। इसके बाद धरनाकारियों ने अपना धरना उठा लिया।