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रावी में बढ़ा पानी का जलस्तर, आठ गांवों को अन्य क्षेत्रों से संपर्क टूटा

शनिवार से लगातार हो रही बारिश भले ही थम गई, लेकिन दरिया रावी में पानी का बढ़ता स्तर जिला प्रशासन की ¨चताए बढ़ा रहा है। दरिया में पानी का स्तर बढ़ने से आसपास के ग्रामीण क्षेत्र के जमीनी रकबे में भी पानी भर गया है। इसके चलते जिला प्रशासन की ओर से लोगों को अलर्ट रहने के लिए कहा गया है। साथ ही मु य मंत्री कैप्टन अम¨रदर ¨सह की ओर से अपील जारी की गई है कि अ

By JagranEdited By: Published: Mon, 24 Sep 2018 06:24 PM (IST)Updated: Mon, 24 Sep 2018 06:24 PM (IST)
रावी में बढ़ा पानी का जलस्तर, आठ गांवों को अन्य क्षेत्रों से संपर्क टूटा
रावी में बढ़ा पानी का जलस्तर, आठ गांवों को अन्य क्षेत्रों से संपर्क टूटा

सुनील थानेवालिया, शमशेर मिन्हास, गुरदासपुर

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शनिवार से लगातार हो रही बारिश भले ही थम गई, लेकिन रावी दरिया में पानी का बढ़ता स्तर जिला प्रशासन की ¨चता बढ़ा रहा है। दरिया में पानी का स्तर बढ़ने से आसपास के ग्रामीण क्षेत्र के जमीनी रकबे में भी पानी भर गया है। इसके चलते जिला प्रशासन की ओर से लोगों को अलर्ट रहने के लिए कहा गया है। साथ ही मुख्यमंत्री कैप्टन अम¨रदर ¨सह ने अपील की है कि अगले 24 घंटों तक बहुत जरूरी कार्य न होने पर घर से बाहर न निकलें। सोमवार को एसएसपी गुरदासपुर स्वर्णदीप ¨सह व नायब तहसीलदार दीनानगर गोपाल शमर ने रावी दरिया के मकौड़ा पत्तन के पास स्थित गांवों का दौरा कर स्थिति का जायजा लिया।

गौरतलब है कि शनिवार शाम से शुरू हुई बारिश रविवार रात तक लगातार होती रही। पंजाब के साथ-साथ हिमाचल में भी भारी बारिश होने के चलते चमेरा डैम से रावी दरिया में पानी छोड़ा गया है। जिसके चलते दरिया रावी में पानी का स्तर लगातार बढ़ता जा रहा है। कई क्षेत्रों में रावी के आसपास गांवों के जमीनी रकबे में भी पानी भर गया है। जिसके चलते उक्त क्षेत्र के लोगों की समस्या बढ़ती जा रही है। हजारों एकड़ जमीनी रकबे में पानी भर जाने से फसलें भी बुरी तरह से प्रभावित हुई हैं।

आठ गांवों अन्य क्षेत्रों से संपर्क टूटा

दरिया रावी के मकौड़ा पत्तन पर हर साल जिला प्रशासन की ओर से दरिया पार बसे आठ गांवों के लोगों के लिए पैंटून पुल बनाया जाता है। जिसे हर साल बारिश के सीजन के दौरान उठा कर लोगों के दरिया पार करने के लिए किश्ती लगा दी जाती है। लेकिन दरिया में पानी का स्तर बढ़ जाने के चलते जिला प्रशासन की ओर से किश्ती की सेवाएं बंद कर दी गई हैं। ताकि कोई जानी माली नुकसान न हो। जिसके चलते दरिया के पार बसे गांव तूर, चेबे, लसियान, भरियाल, मम्मी चकरंजा, कूकर, कजले व चूंबर का देश से संपर्क टूट गया है।

बेघर हुए गुज्जर समुदाय के लोग

मकौड़ा पत्तन में रावी दरिया के आसपास गुज्जर बिरादरी के कई परिवार डेरे लगाकर बैठे हुए थे। दरिया में पानी का स्तर बढ़ जाने से गुज्जरों के डेरों पर कई-कई फीट तक पानी भर गया। जिसके चलते समुदाय के लोग अपने घर छोड़ कर सुरक्षित जगहों पर आ गए हैं। क्षेत्र निवासी हरजीत ¨सह, महेंद्र पाल, जो¨गदर ¨सह, अजय पाल ¨सह व रंजीत ¨सह ने बताया कि दरिया में पानी अधिक आने से उनकी फसलें पानी में डूब गई हैं, जिसके चलते फसलों का भारी नुकसान पहुंच रहा है।

अधिकारियों ने लिया स्थिति का जायजा

दरिया रावी में पानी का स्तर बढ़ जाने से आसपास क्षेत्र में बने बाढ़ जैसे माहौल को देखते हुए एसएसपी गुरदासपुर स्वर्णदीप ¨सह व नायब तहसीलदार गोपाल शमर ने क्षेत्र का दौरा कर हालातों का जायजा लिया। एसएसपी द्वारा पानी अधिक होने के चलते काफी क्षेत्र का निरीक्षण ट्रैक्टर पर बैठकर किया गया। एसएसपी ने लोगों को कहा कि जिला प्रशासन द्वारा संभावित बाढ़ को लेकर सभी प्रबंध किए गए हैं। उन्होंने लोगों को बिना किसी भय के अलर्ट रहने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि जैसी ही उन्हें स्थिति खराब होती नजर आई व तुरंत जिला प्रशासन से संपर्क कर उन्हें तुरंत सुरक्षा व सुविधा मुहैया करवाई जाएगी।


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