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रावी में जलस्तर और बढ़ा, किश्ती बंद होने से छह गांवों का प्रदेश से संपर्क टूटा

सीमा पर बसे ब्लाक डेरा बाबा नानक अधीन आते गांव घनिए के बेटे से गुजरती रावी का जलस्तर काफी बढ़ गया है। यहां पर पैंटून पुल हटाए जाने के बाद केवल छोटी किश्ती ही दरिया पार का सहारा थी। जलस्तर बढ़ने पर किश्ती बंद कर दी गई है। इस कारण दरिया से पार घनिया के बेट क्षेत्र में आते छह गांवों के हजारों लोगों का प्रदेश से संपर्क टूट गया है। बीएसएफ व फौज के सुरक्षा दस्ते अपनी मोटर किश्तियों के माध्यम से दरिया के आरपार जा रहे हैं।

By JagranEdited By: Published: Tue, 25 Sep 2018 06:34 PM (IST)Updated: Tue, 25 Sep 2018 06:34 PM (IST)
रावी में जलस्तर और बढ़ा, किश्ती बंद होने से छह गांवों का प्रदेश से संपर्क टूटा
रावी में जलस्तर और बढ़ा, किश्ती बंद होने से छह गांवों का प्रदेश से संपर्क टूटा

महेंदर ¨सह अर्लीभन्न, कलानौर

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सीमा पर बसे ब्लाक डेरा बाबा नानक अधीन आते गांव घनिए के बेटे से गुजरती रावी का जलस्तर काफी बढ़ गया है। यहां पर पैंटून पुल हटाए जाने के बाद केवल छोटी किश्ती ही दरिया पार का सहारा थी। जलस्तर बढ़ने पर किश्ती बंद कर दी गई है। इस कारण दरिया से पार घनिया के बेट क्षेत्र में आते छह गांवों के हजारों लोगों का प्रदेश से संपर्क टूट गया है। बीएसएफ व फौज के सुरक्षा दस्ते अपनी मोटर किश्तियों के माध्यम से दरिया के आरपार जा रहे हैं।

किसान मनजीत ¨सह रंधावा, हरकंवल ¨सह, रंजीत ¨सह, दलजीत ¨सह,जगबीर ¨सह, हरजीत ¨सह,दर्शन ¨सह, गुरबख्श ¨सह, गुरदेव ¨सह, जसवंत ¨सह आदि ने बताया कि बारिश के कारण रावी में जलस्तर बढ़ने के कारण सोमवार को रावी दरिया को पार करने के लिए लगी छोटी किश्ती पानी के तेज बहाव में बहुत मुश्किल से निकल पाती है। कारण केवल सुबह शाम ही आरपार जा रही है।

पैंटून पुल हटाए जाने के बाद छोटी किश्ती ही सहारा, वह भी बंद

वहीं धान के सीजन दौरान घनिया के बेट स्थित पुल पैंटून पुल पिछले दिनों से उठाए जाने के कारण रावी दरिया से पार गांव लल्लूपुर, नंगली, पुराना वाहला, गुनियां कस्सोवाल, सहारनपुर के लोग व किसान एक किश्ती के जरिए जा रहे थे। रविवार से रावी दरिया में जल स्तर बढ़ने के बाद छोटी किश्ती रावी के तेज बहाव पानी के कारण इस समय छोटी किश्ती पानी में चलनी मुश्किल हो रही है। इस कारण किश्ती सुबह शाम को ही चल रही है। जबकि पहले किश्ती सुबह से लेकर शाम तक कई बार आर पार जाती है। उन्होंने डीसी व मंत्री रंधावा से मांग की है कि इस जगह पर बड़ी किश्ती लगाई जाए ताकि लोग सुरक्षित रावी दरिया पार सकें।

मल्लाहों की कमी, 32 के स्थान पर 3 ही

घनिए के बेट के रावी दरिया को किश्ती के माध्यम से किसानों व मजदूरों को आरपार करने वाले मलाह मनजीत ¨सह, सु¨रदर ¨सह, मनदीप ¨सह, खैर मसीह व द¨वदर ¨सह मलाह ने कहा कि पिछले समय इस किश्ती को चलाने के लिए 13 बोटमैन तथा 19 बेलदार सहित 32 मल्लाह थे। ज्यादातर बोटमैन व बेलदारों की सेवा मुक्ति के बाद इस समय 1 बोटमेन व 3 बेलदार सहित चार मलाह ही काम चला रहे हैं। इस समय रावी दरिया के पानी का तेज बहाव होने के कारण सोमवार को छोटी किश्ती क्षतिग्रस्त होने से बाल-बाल बची है।

मल्लहों के लिए बेल्ट की कमी

मल्हाहों ने कहा कि मलाह इस समय केवल वंझा (बासां) से काम चला रहे हैं व यहां मल्लाहों की कमी है, वहीं से टी जैकेटों के बिना ही किश्ती चला रहे हैं। उन्होंने कहा कि लंबा समय पहले मलाहों पर किश्ती में बैठने वालों के लिए से टी जैकेटें होती थी, परंतु अफसोस कि पिछले समय से कोई समान मुहैया नहीं हो सका।

पानी कम होने पर किश्ती चलाई जाएगी, बीएसएफ की वोट का लिया जाएगा सहारा : एसडीएम

एसडीएम अशोक कुमार शर्मा से बातचीत की तो उन्होंने कहा कि प्रशासन व ड्रेन विभाग के अधिकारियों द्वारा मंगलवार को घनिए के बेट रावी दरिया के पानी का जायजा लिया है। तेज बहाव पानी के कारण किश्ती न चलाने संबंधी कहा गया तथा किसानों को अपील की कि रावी दरिया के बढ़ रहे पानी के स्तर के मद्देनजर वह पार न जाएं। उन्होंने कहा कि रावी दरिया से आरपार लोगों को लाने के लिए बीएसएफ की मोटर वोट किश्ती के जरिए लोगों की मदद की जा रही है। उन्होंने कहा पानी का स्तर कम होने उपरांत लगातार किश्ती चलाई जाएगी व बड़ी किश्ती संबंधी लोक निर्माण से बातचीत करके किसानों की मुश्किलों का हल किया जाएगा। -- रावी व किरन नाले में बढ़े पानी से क्षेत्र की सैकड़ों एकड़ धान की फसल पानी में डूबी जागरण संवाददाता, गुरदासपुर

चमेरा डैम से रावी दरिया में छोड़े गए पानी के चलते सीमावर्ती क्षेत्र से निकलते किरन नाले व अन्य निकासी नालों में भी बढ़ी मात्रा में पानी आ गया है। किसानों की सैकड़ों एकड़ धान की फसल पानी में डूब गई। गुरदासपुर के आलीनंगल व नजदीकी गांवों में बारिश व किरन नाले से आने वाले पानी द्वारा फसलों का भारी नुकसान करने के साथ ही सड़कों पर भी भारी मात्रा में पानी जमा हो रहा है। इसके चलते एसडीएम गुरदासपुर सकत्तर ¨सह बल, नायब तहसीलदार महेंद्र पाल, लेबर सेल पंजाब के चेयरमैन गुरमीत ¨सह पाहड़ा व यूथ कांग्रेस के हलका प्रधान एडवोकेट बलजीत ¨सह पाहड़ा की ओर से क्षेत्र का दौरा किया गया।

क्षेत्र निवासियों ने एसडीएम बल से मांग की कि उन्हें सरकार से फसलों का उचित मुआवजा दिलाया जाए। एसडीएम बल ने किसानों की मुश्किलें सुनने के बाद आश्वासन दिलाया कि जल्द ही क्षेत्र में गिरदावरी कर जाएगी ौर किसानों की फसलों के हुए नुकसान का उन्हें सरकार से उचित मुआवजा दिलाया जाएगा।

किरन नाले से तबाही होने से बचाव के लिए होगा प्रबंध : पाहड़ा

पाहड़ा ने कहा कि हलके जिन गांवों में बारिश व रावी दरिया के पानी से नुकसान हुआ है, उनकी सही गिरदावरी करवा कर सरकार से मुआवजा दिलाने के हर संभव प्रयास किया जाएगा। इसके साथ ही किरन नाले के चलते हर साल होने वाले नुकसान को रोकने के लिए सरकार से उचित प्रबंध करने की मांग उठाई जाएगी, ताकि किसानों को हर साल होने वाले आर्थिक नुकसान से बचाया जा सके।

4 फीट गहरे पानी से गुजरी एसडीएम की गाड़ी--

गांव आलीनंगल व हरदान में जब एसडीएम बल व पाहड़ा पानी से प्रभावित क्षेत्र का निरीक्षण करने पहुंचे तो उन्हें सड़कों पर जमा हो चुके चार फीट तक गहरे पानी से होकर निकलना पड़ा। इसके बावजूद उन्होंने लोगों के खेतों की काफी आगे तक जाकर निरीक्षण किया। ताकि उन्हें बाद में उचित मुआवजा दिलाया जा सके। एसडीएम बल ने नायब तहसीलदार को निर्देश दिए कि जल्द ही क्षेत्र के पानी प्रभावित क्षेत्र में गिरदावरी करवाई जाए। ताकि प्रभावित किसानों को उचित मुआवजा दिलाया जा सके।


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