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99 फीसदी दो पहिया चालक बिना हेलमेट करते ड्राइविंग

सड़क पर आम लोगों की ट्रैफिक नियमों प्रति लापरवाही और प्रशासन की ढीली कार्रवाई के चलते हजारों लोग हर साल मौत के मुंह में जा रहे है। जिनमें दो पहिया वाहन चालकों की मौत दर 40 फीसदी से अधिक है। ज्यादातर दो पहिया वाहन चालकों की मौत का कारण आम तौर पर सिर पर चोट लगना है। एक आंकड़े के मुताबिक साल 2016 में 1 लाख 50 हजार लोग सड़क हादसों में मारे गए। जिनमें से 50 हजार से अधिक दो पहिया वाहन चालक हैं। वहीं रोजाना पंजाब में 9 से 12 व्यक्ति सड़क हादसों के दौरान जान गवा बैठते है। क्षेत्र में जब विभिन्न सड़कों पर यातायात नियमों की पालना की पड़ताल करने की कोशिश की तो दो पहिया वाहन चालक जोकि लगभग 100 फीसदी बिना हेलमेट के वाहन चलाते देखे गए। इसके अलावा ट्रिपल सवारी और छोटे बच्चे भी यातायात नियमों को तोड़ते नजर आए। पुलिस नाकों से भी वाहन चालक बेखौफ ट्रैफिक नियमों को भंग करते हुए आ जा रहे है।

By JagranEdited By: Published: Sun, 09 Dec 2018 07:56 PM (IST)Updated: Sun, 09 Dec 2018 07:56 PM (IST)
99 फीसदी दो पहिया चालक बिना हेलमेट करते ड्राइविंग
99 फीसदी दो पहिया चालक बिना हेलमेट करते ड्राइविंग

संवाद सूत्र, काहनूवान : सड़क पर आम लोगों की ट्रैफिक नियमों प्रति लापरवाही और प्रशासन की ढीली कार्रवाई के चलते हजारों लोग हर साल मौत के मुंह में जा रहे है। जिनमें दो पहिया वाहन चालकों की मौत दर 40 फीसदी से अधिक है। ज्यादातर दो पहिया वाहन चालकों की मौत का कारण आम तौर पर सिर पर चोट लगना है। एक आंकड़े के मुताबिक साल 2016 में 1 लाख 50 हजार लोग सड़क हादसों में मारे गए। जिनमें से 50 हजार से अधिक दो पहिया वाहन चालक हैं। वहीं रोजाना पंजाब में 9 से 12 व्यक्ति सड़क हादसों के दौरान जान गवा बैठते है। क्षेत्र में जब विभिन्न सड़कों पर यातायात नियमों की पालना की पड़ताल करने की कोशिश की तो दो पहिया वाहन चालक जोकि लगभग 100 फीसदी बिना हेलमेट के वाहन चलाते देखे गए। इसके अलावा ट्रिपल सवारी और छोटे बच्चे भी यातायात नियमों को तोड़ते नजर आए। पुलिस नाकों से भी वाहन चालक बेखौफ ट्रैफिक नियमों को भंग करते हुए आ जा रहे है।

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लापरवाह चालक बोले, कोई फर्क नहीं पड़ता

जब कुछ वाहन चालकों से हेलमेट न पहनने संबंधी बातचीत की गई तो उन्होंने इस मामले को बहुत ही हलके से लिया। कई वाहन चालकों ने कहा कि कोई फर्क नहीं पड़ता। हेलमेट पहनकर जाने वालों में इंजीनियर संजीव कुमार ने बताया कि वह रोजाना 70 किलोमीटर के करीब मोटरसाइकिल पर सफर करते हें। लेकिन वह बिना हेलमेट के नहीं जाते। इसी तरह राजेश कुमार ने कहा कि हेलमेट सुरक्षित ¨जदगी का मुख्य श्रोत है। लेकिन उसको हेलमेट पहने की आदत नहीं है।

लोगों को जागरूक करने की जरूरत

थाना काहनूवान के एसएचओ सु¨रदरपाल ¨सह से इस संबंधी बातचीत की गई तो उन्होंने कहा, विभाग के आदेशों के अलावा लोगों की ¨जदगी बचाने के लिए वह यत्न कर रहे है। आम लोगों को ट्रैफिक नियमों और हेलमेट के लाभ संबंधी जागरूक करने की जरूरत है।


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