खसरा रुबेला खत्म करने के लिए बच्चों का टीकाकरण जरूरी
खसरा रुबेला बीमारी के खात्मे के लिए जिला सेहत विभाग ने सिविल सर्जन डॉ. किशन चंद की अध्यक्षता में जिला स्तरीय वर्कशॉप का आयोजन किया।
संवाद सहयोगी, गुरदासपुर : खसरा रुबेला बीमारी के खात्मे के लिए जिला सेहत विभाग ने सिविल सर्जन डॉ. किशन चंद की अध्यक्षता में जिला स्तरीय वर्कशॉप का आयोजन किया। सिविल सर्जन डॉ. किशन चंद ने कहा कि भारत सरकार की ओर से 2023 तक देश को खसरा व रुबेला बीमारी से मुक्त बनाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। वर्तमान समय में टीकाकरण की प्राप्ति कम होने से भारत में खसरा व रुबेला के केसों की संख्या बढ़ रही है। देश को खसरा मुक्त व रुबेला को काबू करने के लिए 95 फीसद बच्चों का पूरा टीकाकरण व सेहत कर्मचारियों की बीमारी प्रति पूरी जानकारी होना जरूरी है।
सर्वीलेंस मेडिकल अधिकारी डॉ. रिशी शर्मा ने बताया कि मरीज को बुखार, खांसी, आंखों व नाक में पानी आना खसरे की निशानी है। खसरा किसी भी आयु में हो सकता है। ऐसे संदिग्ध मरीजों के खून के सैंपल लेकर जल्द लेबोरेटरी में भेजे जाएं। सहायक मेडिकल सर्जन डॉ. भारत भूषण, जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ. तरसेम सिंह, डॉ. प्रभजोत कौर कलसी, डॉ. भावना शर्मा, डॉ. वंदना व जिला मास मीडिया अधिकारी अमरजीत दालम आदि उपस्थित थे।