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ड्रैगन डोर विक्रेताओं के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश

ड्रैगन डोर के प्रति गंभीरता लेते हुए आखिरकार जिला प्रशासन ने भी सतर्कता दिखाते हुए ड्रैगन डोर विक्रेताओं के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश दे दिए हैं। अधिकारियों ने ड्रैगन डोर विक्रेताओं को निर्देश देते हुए कहा कि अगर ड्रैगन डोर की बिक्री करते हुए पकड़े गए तो उनके खिलाफ इस बार सख्ती से कार्रवाई की जाएगी। बता दें कि दैनिक जागरण द्वारा ड्रैगन डोर की बिक्री एवं इस्तेमाल के प्रति गंभीरता जाहिर करते हुए अभियान चलाया जा रहा है जिसको गंभीरता से लेते हुए जिला प्रशासन ने इस अहम कदम को उठाया है।

By JagranEdited By: Published: Sun, 20 Jan 2019 11:24 PM (IST)Updated: Sun, 20 Jan 2019 11:24 PM (IST)
ड्रैगन डोर विक्रेताओं के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश
ड्रैगन डोर विक्रेताओं के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश

संवाद सहयोगी, दीनानगर : ड्रैगन डोर को लेकर गंभीर होते हुए आखिरकार जिला प्रशासन ने भी सतर्कता दिखाते हुए ड्रैगन डोर विक्रेताओं के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश दे दिए हैं। अधिकारियों ने ड्रैगन डोर विक्रेताओं को निर्देश देते हुए कहा कि अगर ड्रैगन डोर की बिक्री करते हुए पकड़े गए तो उनके खिलाफ इस बार सख्ती से कार्रवाई की जाएगी। बता दें कि दैनिक जागरण ने ड्रैगन डोर की बिक्री एवं इस्तेमाल के के प्रति गंभीरता जाहिर करते हुए अभियान चलाया है। इसको गंभीरता से लेते हुए जिला प्रशासन ने इस अहम कदम को उठाया है।

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जिले में अब तक ड्रैगन डोर के कारण 100 से अधिक लोग घायल होकर अपने अंगों को गवा चुके हैं जबकि कई लोग अपनी अनमोल ¨जदगी से भी हाथ धो चुके हैं। वैसे तो शहर में गुपचुप तरीके से ड्रैगन डोर को बेचा जा रहा है, लेकिन सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक यह डोर कुछ दुकानदारों से आसानी से ही मुहैया हो रही है। ड्रैगन डोर बेहद नुकीले एवं तेजधार होने के कारण आसानी से मानव शरीर को काट देती है। ड्रैगन डोर का प्रभाव जहां मनुष्य पर देखने को मिल रहा है, वहीं इसका दुष्प्रभाव जीव जंतु और पशु पंछियों एवं पर्यावरण पर भी देखने को मिल रहा है। ¨सथेटिक एवं नायलॉन से बनी होने के चलते यह डोर बेहद पक्की होती है। लोहड़ी पर हुए थे 24 लोग घायल

बता दें कि लोहड़ी पर अक्सर लोग पतंगबाजी करते हैं। इस दौरान लोहड़ी पर ड्रैगन डोर की चपेट में आने से शहर के लगभग 24 लोग घायल हुए थे। हालांकि किसी भी प्रकार की जान के नुकसान की कोई सूचना नहीं है। लेकिन कई लोग ड्रैगन डोर की चपेट में आने से गंभीर रूप से घायल हुए थे। ड्रैगन डोर की चपेट में आने से प्रतिवर्ष सैकड़ों की तादाद में लोग घायल होते हैं, लेकिन इसको लेकर मात्र औपचारिकता ही प्रशासन के अधिकारियों द्वारा देखने को मिलती है। अधिकारियों को ड्रैगन डोर के खिलाफ कार्रवाई करने के संदेश दे दिए हैं। इस बार अगर कोई ड्रैगन डोर की बिक्री करता पकड़ा गया तो उसके खिलाफ सख्ती से कार्रवाई की जाएगी।

सकत्तर सिंह बल, एसडीएम।


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