कॉरिडोर के रास्ते में गेंदे के फूलों की खुशबुओं से महका डेरा बाबा नानक
प्रथम पातशाही श्री गुरु नानक देव जी के चरण स्पर्श धरती डेरा बाबा नानक करतारपुर कॉरिडोर खुलने से विश्व के मानचित्र पर उभर कर सामने आया है।
महिदर सिंह अर्लीभन्न, डेरा बाबा नानक : प्रथम पातशाही श्री गुरु नानक देव जी के चरण स्पर्श धरती डेरा बाबा नानक करतारपुर कॉरिडोर खुलने से विश्व के मानचित्र पर उभर कर सामने आया है। नेशनल हाईवे अथारिटी ऑफ इंडिया द्वारा सौ करोड़ की लागत से करतारपुर कॉरिडोर का निर्माण किया गया है। वहीं करतारपुर कॉरिडोर पर हॉलैंड से मंगवाए गेंदे के दो रंगों के 5550 फूलों के बूटों से करतारपुर कॉरिडोर खिला हुआ है। करतारपुर कॉरिडोर देश-विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए आकर्षण का केंद्र बना हुआ है।
करतारपुर कॉरिडोर पर नेशनल हाईवे अथारिटी ऑफ इंडिया द्वारा भी सजावटी व फूलदार बूटे लगाए गए हैं, लेकिन गंगा नर्सरी जीरकपुर के प्रबंधक बाबा मनजीत सिंह द्वारा नेशनल हाईवे गुरदासपुर डेरा बाबा नानक रमदास के गांव मान जहां श्री गुरु नानक देव जी से संबंधित एक ओंकार व मर्दाना जी की रबाब उसारी हुई है, से लेकर चंदूनंगल पखो के टाहली साहिब व टर्मिनल चेक पोस्ट तक कॉरिडोर के रकबे पर पक्के तौर पर गेंदे के फूल लगाए गए हैं। कॉरिडोर पर लगाए गए 5550 के करीब गेंदे के फूलों की संभाल के भी अहम प्रबंध किए गए हैं। उनको कॉरिडोर पर तैनात मालियों द्वारा पानी मुहैया करवाया जा रहा है। गेंदे के फूल गमलों में पड़े हुए हैं। ताकि इन गेंदे के फूलों की लंबी आयु रह सके।
खुशबू का शहर बनाने के लिए प्रयत्नशील : मनजीत सिंह
डेरा बाबा नानक की पवित्र नगरी को बाबा मनजीत सिंह जीरकपुर वाले ने विभिन्न किस्म के खुशबूदार पौधे लगाए हैं, ताकि इस पवित्र नगरी को खुशबू का शहर बनाया जा सके। गंगा नर्सरी के मुख्य सेवादार बाबा मनजीत सिंह ने बताया कि वह पिछले ढाई साल से वातावरण को शुद्ध रखने के लिए बूटे लगाए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि डेरा बाबा नानक में चंपा मछली आंपल, मेरिया जीन हार श्रृंगार, रात की रानी, चांदनी आदि किस्म के पौधे कोलकाता से मंगवाए गए हैं।
डेरा बाबा नानक को मिले फ्रैंगरेंस सिटी की दर्जा
बाबा मनजीत सिंह ने बताया कि जिस तरह चंडीगढ़ को ब्यूटी सिटी व जयपुर को पिक सिटी का दर्जा दिया गया है। उसी तरह डेरा बाबा नानक को फ्रैगरेंस सिटी का दर्जा दिया जाए। उन्होंने कहा कि डेरा बाबा नानक में 75 फीसदी बूटे लग चुके हैं। आने वाले दिनों में रहते बूटों को भी लगाया जाएगा। उनकी ओर से डेरा बाबा नानक की पवित्र धरती पर लगाए गए बूटों की आयु ढाई साल से तीन साल है और इनकी ऊंचाई 15-20 फीट है। यह पौधे आने वाले एक साल तक खुशबू बिखेरेंगे।
बूटे गंगा नर्सरी के और तख्तियां जंगलात विभाग की
डेरा बाबा नानक में विभिन्न मार्गों पर गंगा नर्सरी जीरकपुर द्वारा लगाए गए बूटों पर जंगलात विभाग द्वारा अपनी ट्री गार्ड लगाने उपरांत इस पर अपने नाम की तख्तियां लगा दी हैं। जिस संबंधी निर्मल सिंह अवान, जसविदर सिंह, अवतार सिंह, सूबा सिंह, हरजिदर सिंह ने बताया कि श्री गंगा नर्सरी जीरकपुर वालों के बाबा मनजीत सिंह द्वारा लाखों रुपये की लागत से डेरा बाबा नानक को खुशबू का शहर बनाने के लिए कीमती बूटे लगाए गए हैं। लेकिन इन बूटों पर जंगलात विभाग द्वारा ट्री गार्ड लगाकर उस पर अपने विभाग की तख्तियां लगा दी हैं। जबकि बूटे लगाने वाले सेवादार व गंगा नर्सरी का नाम भी दिखना चाहिए ताकि बूटे लगाने वाली संस्था को उत्साहित किया जा सके।