राज्य के प्रदूषित शहरों में डेरा बाबा नानक भी शामिल
राज्य के प्रदूषित शहरों में जिला गुरदासपुर के गुरु नगरी डेरा बाबा नानक भी शामिल है।
महिदर सिंह अर्लीभन्न, डेरा बाबा नानक
राज्य के प्रदूषित शहरों में जिला गुरदासपुर के गुरु नगरी डेरा बाबा नानक भी शामिल है। हालांकि प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड द्वारा शहर को स्वच्छ करने के लिए कई योजनाएं शुरू की गई थीं। कोरोना महामारी के चलते राज्य में कर्फ्यू और लॉकडाउन लग गया। इसके बाद सभी योजनाएं बंद हो गई। इसके चलते डेरा बाबा नानक को प्रदूषण रहित बनाने का काम अधर में लटक गया। कर्फ्यू खत्म होने के बाद फिर से काम शुरू कर दिया गया है।
गौरतलब है कि भारत सरकार के दिशा-निर्देशों के तहत यहां देश के 122 के करीब प्रदूषित शहरों का पर्यावरण शुद्ध रखने के लिए समय सीमा पर योजना तैयार की गई थी। वहीं गुरु नानक देव जी के चरण स्पर्श धरती पर बसे डेरा बाबा नानक को प्रदूषित शहर घोषित किया गया था। इस समय कंटोनमेंट से बाहर है। कस्बा डेरा बाबा नानक में माइमेंट प्रदूषित एयर क्वालिटी के लिए तीन सिस्टम लगाए गए थे, जिनकी समय समय पर प्रदूषित क्वालिटी में की जा रही है। इस कस्बे में हवा को साफ रखने के लिए सड़कों के फुटपाथ पक्के करना, सड़कों पर पौधे लगाना, रोजाना पांच किलोमीटर के दायरे में पानी का छिड़काव करना, पांच किलोमीटर क्षेत्र की सड़कों पर खड्डे न होना, कचरा कर्कट के लिए कंपोसट किटें बनाने व पौधे लगाने आदि योजनाएं शुरू की गई थीं।
प्रदूषित कंट्रोल बोर्ड के एसडीओ दमीजा ने बताया कि डेरा बाबा नानक कस्बे के पर्यावरण इस समय कंटोनमेंट से बाहर है। डेरा बाबा नानक को प्रदूषित रहित करने के लिए पांच किलोमीटर सड़कों में गड्ढे भरने के अलावा सड़कों के किनारों पर इंटरलाक टाईलें लगाने के अतिरिक्त रोजाना सुबह व शाम डिस्टलरी वाटर से पानी का छिड़काव करना है। इसमें करीब दस का निर्माण हो चुका है। इसके अलावा डेरा बाबा नानक में धुआं मारने वाले 900 वाहनो ंके चालान, 550 पौधे व मीटर इंडस्ट्री शुद्ध करने के लिए लगाए हैं।