जिम बंद, अभी साइकिल ही सेहत की साथी
याद कीजिए वह दौर जब साइकिल घर के आंगन या दरवाजे की शोभा बढ़ाया करती थी।
बाल कृष्ण कालिया, गुरदासपुर
याद कीजिए वह दौर, जब साइकिल घर के आंगन या दरवाजे की शोभा बढ़ाया करती थी। उसकी कब जरूरत पड़ जाए, पता नहीं। आज भी गांवों और सुदूर इलाकों में इसकी जरूरत कम नहीं हुई है, लेकिन शहर में रहने वाले लोग बिजी लाइफस्टाइल के चलते फिटनेस पर खास ध्यान नहीं दे पा रहे हैं। ऐसे में साइकिल की सवारी उन्हें बिगड़ती लाइफस्टाइल को काफी हद तक ट्रैक पर ला सकती है। साइकिल इंडस्ट्री भी इस फिटनेस फंडे को बखूबी समझ चुकी है। यही वजह है कि कभी साधारण सी दिखने वाली साइकिल अब अल्ट्रा मॉडर्न होकर मार्केट की शान बन गई है।
साइकिल सेहत के लिए एक स्मार्ट चुनाव है। जिस किसी ने भी इसे चुना उन्हें ही इसकी असली कीमत पता है। कोरोना वायरस फैलने से केंद्र सरकार के आदेश पर देश भर में कसरत करने वाला एकमात्र जिम बंद कर दिया गया। इस कारण लोगों ने अपने शरीर को फिट करने के लिए साइकिल का सहारा लिया। जैसे ही लॉकडाउन खुला लोगों ने साइकिल चलाना शुरू कर दिया। कसरत के लिए कोई जगह नहीं मिली तो साइकिल चलाना शुरू किया : अजय
गुरदासपुर के अजय ऑटो मोबाइल की दुकान चलाते हैं। उनका कहना है कि वे दो महीने तो घर में ही रहे, लेकिन जब कसरत के लिए कोई जगह दिखाई नहीं दी तो उन्होंने साइकिल चलाना ही शुरू कर दिया। पूरा दिन साइकिल पर घूमकर शहर का भ्रमण करते हैं। पैदल चलने से साइकिल चलाना अधिक फायदेमंद
ब्रिटिश मेडिकल जर्नल में प्रकाशित शोध के मुताबिक साइकिल चलाना पैदल चलने से अधिक लाभकारी है। साइकिल के नियमित इस्तेमाल से कैंसर का खतरा 45 फीसद और दिल की बीमारियों का खतरा 46 फीसद तक कम हो जाता है। पैदल चलने से दिल की बीमारियों का खतरा 27 फीसद ही घटता है। साइकिलिग चलाने से होने वाले फायदे
-फिटनेस को बढ़ाता है।
-मसल्स को मजबूत और फ्लेक्सिबल बनाता है।
-जोड़ों को एक्टिव रखता है।
-स्ट्रेस लेवल कम करता है।
-हड्डियों को मजबूत बनाने में फायदेमंद है साइकिलिग।
-मोटापा कम करने में कारगर। नई पीढ़ी को आकर्षित कर रही साइकिल
साइकिल के प्रति आकर्षण यूं ही नहीं बढ़ा है। नई पीढ़ी को बाजार कई तरीकों से साइकिल के प्रति आकर्षित करा रहा है। बाइक लाइब्रेरीज, बाइक कैफे और सर्विसिग के लिए अत्याधुनिक साज-सामानों से सजी वर्कशॉप तैयार हो रही है।