अलमारी बनाने वाला बन गया करोड़पति, ऐसे खुला किस्मत का दरवाजा
किसी व्यक्ति का भाग्य कब बदल जाए इसका पता नहीं। ऐसा ही गुरदासपुर के एक गांव के व्यक्ति के साथ हुआ है। आलमारी बनाने वाले इस व्यक्ति की डेढ़ करोड़ की लॉटरी निकली है।
जेएनएन, गुरदासपुर। कहते हैं कि पता नहीं किसी की किस्मत का दरवाजा कब खुल जाए पता नहीं। ऐसा ही कुछ हुआ है गुरदासपुर के गांव चूहड़ चक्क के रहने वाले मोहन लाल के साथ। अलमारी बनाने और उनकी मरम्मत का काम करने वाला मोहनलाल पलभर में करोड़पति बन गया। उसकी डेढ़ करोड़ रुपये की लॉटरी निकली है। उसका पंजाब सरकार की दीवाली बंपर लॉटरी में डेढ़ करोड़ रुपये की लॉटरी निकली है।
माेहनलाल 12 वर्षों सेदीवाली बंपर लॉटरी की टिकट खरीद रहा था। इस बार भगवान ने उसकी सुन ली और डेढ़ करोड़ का दीवाली बंपर (ए-034493) का दूसर इनाम उसके नाम निकल आया। परिवार की खुशी का ठिकाना नहीं है। घर पर बधाई देने के लिए रिश्तेदारों और जान पहचान वालों का तांता लग गया है।
12 साल से खरीद रहा था दीवाली बंपर की टिकट, घर का खर्च व बेटियों की पढ़ाई में आ रही थी मुश्किल
मोहन लाल दिनभर मेहनत के बाद परिवार की रोजी रोटी और दो बेटियों रितु और मीरा की पढ़ाई का खर्च बड़ी मुश्किल से निकाल रहा था। भगवान उसकी फरियाद भी कभी सुनेगा इस भरोसे से वह पिछले 12 साल से दीवाली बंपर लॉटरी की टिकट खरीदता रहा।
वीरवार को उन्हें पता चला कि गुरदासपुर में किसी व्यक्ति का दीवाली बंपर निकला है, लेकिन उसका नाम का पता नहीं चल रहा था। रात को उसने अपनी लॉटरी की टिकट चेक की। उन्हें लॉटरी स्टाल से भी फोन आ गया कि उनका डेढ़ करोड़ का दीवाली बंपर इनाम निकला है। मोहन लाल बताते हैं कि उन्हें पहले इस बात का विश्वास नहीं हो रहा था। वह लॉटरी स्टॉल पर गया और वहां दीवाली बंपर निकलने की पुष्टि हुई।
अच्छा घर बनाकर बेटियों को पढ़ाऊंगा
मोहन लाल कहते हैं कि गरीबी के कारण उनके परिवार ने बहुत दुख झेले हैं। रात को अगले दिन की चिंता शुरू हो जाती थी। इसी चिंता में कई बार रात को नींद नहीं आती थी। भगवान ने अब परिवार के दुख दूर कर दिए हैं। उनका कहना है कि दीवाली बंपर से मिलने वाली राशि से वे परिवार के लिए एक अच्छा घर बनाएंगे। दोनों बेटियों को अच्छे स्कूल में पढ़ाएंगे। जब तक बेटियां पढऩा चाहें। अब कोई चिंता नहीं है। लॉटरी के पैसे से उनका भविष्य संवर जाएगा।
बठिंडा की बेटी की भी निकली थी डेढ़ करोड़ की लॉटरी
बठिंडा जिले के गांव गुलाबगढ़ के होमगार्ड जवान परमजीत सिंह की बेटी लखविंदर का भी डेढ़ करोड़ का दीवाली बंपर निकला था। दीवाली बंपर की डेढ़-डेढ़ करोड़ की दो लॉटरियों में से एक लखविंदर कौर का निकला था। होमगार्ड का परिवार बेहद गरीब है। आठ सदस्यों वाले इस घर का गुजारा उनके मामूली वेतन पर ही चलता है। उनके बेटी लखविंदर कौर गांव के ही सरकारी स्कूल में बारहवीं कक्षा की छात्रा है।