पाकिस्तानी नागरिकों की शीघ्र वापसी की आस बुझी
कोरोना वायरस के कारण भारत-पाक बॉर्डर बंद होने के कारण यहां फंसे पाकिस्तानियों की शीघ्र वापसी की कोई उम्मीद नहीं है।
सबीहा बेगम, कादियां
कोरोना वायरस के कारण भारत-पाक बॉर्डर बंद होने के कारण यहां फंसे पाकिस्तानियों की शीघ्र वापसी की कोई उम्मीद नहीं है। भारत के विदेश मंत्रालय ने इन पाकिस्तानी नागरिकों को पाकिस्तान वापस जाने के लिए अभी क्लियरेंस नहीं दी है। पाकिस्तानी दूतावास को पंजाब में फंसे पाकिस्तानी नागरिकों ने वापस जाने की अपील की गई थी। पाकिस्तानी दूतावास ने भारत सरकार के विदेश मंत्रालय को वापस पाकिस्तान जाने के इच्छुक पाक नागरिकों की लिस्ट दे दी है। पर विदेश मंत्रालय भारत ने उनको अभी तक इसका जवाब नहीं दिया है।
विदेश मंत्रालय क्लियरेंस देगा तभी भारत में फंसे पाकिस्तानी नागरिकों को वापस पाकिस्तान भेजा जाएगा। कादियां में पाकिस्तान से आई अमतुल बासित, अमतुल हकीम व एहसान अहमद हैं। इनको 18 मार्च को भारत-पाकिस्तान बॉर्डर क्रास करना था। मगर भारतीय अधिकारियों ने इनको पाकिस्तान जाने से रोक दिया है।
इसी तरह पुलिस जिला बटाला में पाकिस्तान से आए हिंदू परिवार अशीश कपूर व अनिल कपूर हैं। ये भी कोरोना वायरस के चलते वापस पाकिस्तान नहीं जा सके हैं। इन सभी पाकिस्तानी नागरिकों के वीजे समाप्त हो चुके हैं। हालांकि विदेश मंत्रालय भारत सरकार ने कोविड-19 के चलते सभी विदेशी नागरिकों के 30 अप्रैल तक वीजे की अवधि बढ़ाने के निर्देश दिए हैं। पाक नागरिकों ने बताया कि उन्हें चार अप्रैल को वापस पाकिस्तान जाने के संकेत मिले थे। इसके लिए उन्होंने वाहन नंबर, ड्राइवर का नाम व उसका आधार कार्ड व पाकिस्तानी नागरिकों के पासपोर्ट का ब्यौरा मंत्रालय को भेज दिया था। मगर चार अप्रैल को इन नागरिकों की वापसी नहीं हो सकी। इनको पाकिस्तानी दूतावास ने बताया कि उनके द्वारा मामला क्लीयर है। वे भारत सरकार के जवाब की प्रतीक्षा कर रहे हैं। दूसरी और जिला प्रशासन द्वारा इन नागरिकों का पूरा ध्यान रखा जा रहा है व किसी भी प्रकार की कोई परेशानी आने नहीं दी जा रही है।
दूसरी ओर यह बात सामने आई है कि भारत सरकार केवल मरीजों को ही पाकिस्तान जाने की अनुमति दे रही है। आम पाकिस्तानी नागरिकों को 14 अप्रैल के पश्चात ही वापस पाकिस्तान भेजे जाने की संभावना है।