चार्टर्ड अकाउंटेंट व सरकारी कर्मी भी मामले में शामिल
पहले से ही बैंक में गिरवी रखी गई प्रापर्टी को दोबारा से दूसरे बैंक को दिखाकर धोखे से लोन लेने वाले श्री नंगली ग्रुप के चार मालिकों, चार्टर्ड अकाउंटेंट व धोखाधड़ी में साथ देने वाले सरकारी अधिकारियों के खिलाफ सीबीआई ने विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है।
जागरण संवाददाता ,गुरदासपुर : पहले से ही बैंक में गिरवी रखी गई प्रापर्टी को दोबारा से दूसरे बैंक को दिखाकर धोखे से लोन लेने वाले श्री नंगली ग्रुप के चार मालिकों, चार्टर्ड अकाउंटेंट व धोखाधड़ी में साथ देने वाले सरकारी अधिकारियों के खिलाफ सीबीआई ने विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है।
सीबीआइ ने श्री नंगली ग्रुप के मालिकों के खिलाफ दो मामले दर्ज किए हैं। इन दोनों मामलों में बैंक ऑफ इंडिया के जोनल डिप्टी मैनेजर अमृतसर अखिलेश कुमार गुप्ता की शिकायत पर ग्रप के चार डायरेक्टरों पर मामला दर्ज किया गया है। इसके साथ ही धोखाधड़ी में साथ देने वाले चार्टर्ड अकाउंटेंट व सरकारी कर्मचारियों को भी मामले में शामिल किया गया है। हालांकि अभी तक उनके नाम एफआईआर में दर्ज नहीं किए गए है।
एक ही स्टाक को 3 जगह पर दिखाया--
बैंकों से करोड़ों रुपये का धोखा करके लोन लेने वाले नगली ग्रुप के डायरेक्टर ने बरियार में स्थित अपने फिल्लौर मिल में रखे एक ही स्टाक को तीन अलग-अलग बैंकों को दिखा कर बैंक ऑफ इंडिया, स्टेट बैंक ऑफ पटियाला और पंजाब नेशनल बैंक से करीब 88 करोड रुपए का लोन ले लिया ।
दिल्ली में सीबीआइ ने श्री नंगली ग्रुप के डायरेक्टर विजय कुमार, सतीश कुमार ,अनिल कुमार व मनोज कुमार सहित चार्टर्ड अकाउंटेंट और साथ देने वाले सरकारी अधिकारियों के खिलाफ जोनल बैंक अधिकारी अमृतसर अखिलेश कुमार गुप्ता की शिकायत पर 14 मार्च और 15 मार्च को लगातार दो दिन 420, 467, 468, 471, 120,बी और करप्शन एक्ट के तहत मामला दर्ज किया है।