दोहरे हत्याकांड में दोनों पक्षों के 13 नामजद, सात अज्ञात पर भी केस
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संवाद सहयोगी, डेरा बाबा नानक : गांव मछराला में श्मशानघाट के निर्माण को लेकर हुए विवाद में दो चचेरे भाइयों की हत्या के मामले में पुलिस ने दोनों पक्षों के 13 लोगों सहित सात अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। पुलिस को दिए बयानों में घटना में मरे मनजीत सिंह मीतू की पत्नी चरणजीत कौर ने बताया कि उसकी सास गुरमीत कौर गांव की सरपंच है। उनके बीमार रहने के कारण पंचायत का सारा कामकाज उनके पति मनजीत सिंह ही देखते थे। उन्होंने बताया कि गांव के श्मशानघाट में टाइलें लगाने का काम चल रहा था। उन्होंने बताया कि उनके पति ने उन्हें बताया कि हरदयाल सिंह काम में रुकावट डालता है। इस कारण उनका पति अपना लाइसेंसी हथियार साथ रखते थे। वीरवार की सुबह उनका पति व देवर दलजीत सिंह गांव के श्मशानघाट की तरफ गए और वह भी उनके पीछे चली गई।
उन्होंने बताया कि श्मशानघाट में पहले से ही इकबाल सिंह, हरदयाल सिंह, दिलबाग सिंह तीनों पुत्र सुरजीत सिंह, जोनी पुत्र दिलबाग सिंह, दीपू व साबी पुत्र इकबाल सिंह व हरदयाल सिंह की पत्नी पलविदर कौर के अलावा चार-पांच अज्ञात लोग हथियारों के साथ वहां पर खड़े थे। चरणजीत कौर ने बताया कि जब उनका पति मनजीत सिंह श्मशानघाट के पास पहुंचा तो हरदयाल सिंह की पत्नी पलविदर कौर ने कहा कि आज यह बचकर न जाए। इसके बाद उक्त सभी ने उनके पति व देवर पर गोलियां चला दी। इस दौरान उनके पति ने अपने बचाव के लिए अपने लाइसेंसी हथियार से गोली चलाई, जो हरदयाल सिंह को लगी। इस दौरान उसका पति मनजीत सिंह अपना बचाव करते हुए शौचालय में चला गया। उक्त सभी ने शौचालय का दरवाजा तोड़कर उसके पति को गोलियां मार दी। इस कारण उनके पति की मौके पर ही मौत हो गई। जबकि उनका देवर पैरों में गोलियां लगने के कारण गंभीर रूप से घायल हो गया। उसे सिविल अस्पताल बटाला में भर्ती करवाया गया। पुलिस ने चरणजीत सिंह कौर के बयानों के आधार पर हरदयाल सिंह के परिवार से संबंधित सात इकबाल सिंह, हरदयाल सिंह, दिलबाग सिंह तीनों पुत्र सुरजीत सिंह, जोनी पुत्र दिलबाग सिंह, दीपू व साबी पुत्र इकबाल सिंह व हरदयाल सिंह की पत्नी पलविदर कौर के अलावा चार-पांच अज्ञात लोगों के खिलाफ धारा 302,307 व 148 के तहत मामला दर्ज किया गया है।
दूसरी तरफ मृतक हरदयाल सिंह के बड़े भाई इकबाल सिंह ने पुलिस को दिए बयानों में बताया कि वह अपने भाई हरदयाल सिंह व बेटे रजिदरबीर सिंह के साथ गांव के श्मशानघाट में चल रहे काम को देखने के लिए रुके। इसी दौरान सरपंच गुरमीत कौर कार से कुछ लोग मोटरसाइकिल से उनके पास आए और खड़े हो गए। उनके पास 315 बोर की राइफल, 12 बोर राइफल व 32 बोर रिफाइल कुछ अन्य हथियार भी मौजूद थे। उक्त लोगों ने उन्हें कहा कि वह सरपंच है। इस दौरान गुरमीत कौर ने कहा कि हमारे काम की निगरानी करने वाले इन लोगों को मार दो। इसके बाद मनजीत सिंह, निर्मल सिंह, दलजीत सिंह व बब्बू मसीह पुत्र बलकार मसीह, मत्ती मसीह पुत्र यूनस मसीह, गुरमीत कौर व दो अज्ञात लोगों ने उन पर गोलियां चलानी शुरू कर दी गई, जो हरदयाल सिंह को लगी। छर्रे लगने से इकबाल सिंह व रजिदरबीर सिंह भी घायल हो गए। हरदयाल सिंह की मौत हो गई। इकबाल सिंह के बयानों पर पुलिस ने मनजीत सिंह सहित छह नामजद व दो अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।