बेटे की सलामती के लिए दुआ मांग रही मां
इंग्लैंड में कुछ यात्रियों के दुर्व्यवहार और मारपीट का शिकार हुए सिख ड्राइवर विनीत सिंह (41) मूल रूप से गुरदासपुर के बटाला कस्बे के रहने वाले हैं।
विनय कोछड़, अजय रेखी, बटाला (गुरदासपुर) : इंग्लैंड में कुछ यात्रियों के दुर्व्यवहार और मारपीट का शिकार हुए सिख ड्राइवर विनीत सिंह (41) मूल रूप से गुरदासपुर के बटाला कस्बे के रहने वाले हैं। वे 15 साल पहले इंग्लैंड गए थे। बटाला के खजूरी गेट के गोबिदगढ़ मोहल्लामोहल्ले में विनीत सिंह की मां दर्शना देवी और छोटा भाई रहते हैं।
इंग्लैंड में बेटे पर हुए हमले की सूचना मिलने के बाद से विनीत की मां चिंता सता रही है। माता शेरांवाली की के सामने ज्योति जलाकर बेटे की सलामती की दुआ मांग रही हैं। विनीत सिंह की बहन की शादी भी बटाला शहर में ही हुई है। परिवार इस घटना के बारे में पहले मां तो बताना नहीं चाहता था लेकिन बाद में उन्हें जानकारी दे दी। इसके बाद सोमवार को उनकी विनीत से बात करवाई गई ताकि उन्हें विश्वास हो जाए कि वह ठीक है।
गौरतलब है कि विनीत रीडिंग शहर के टाइलहर्स्ट उपनगर में रहते हैं। वे एक कंपनी के साथ रात को टैक्सी चलाने का काम करते हैं। कंपनी का अनुबंध एक कैसीनो के साथ है। यहां से लोगों को टैक्सी रात को उनके गंतव्य तक पहुंचाकर आती है। उस रात चार अज्ञात लोग उसकी टैक्सी में बैठे और उसे ब्रामली के पास छोड़ने के लिए बोला गया। रास्ते में शराब के बहाने टैक्सी से उतरे और जबरदस्ती ड्रग्स उनके नाक में घुसाने लगे। एक ने उनकी पगड़ी उतारने की कोशिश की और कहा कि क्या तुम तालिबानी हो। मारपीट करने के बाद आरोपित वहां से फरार हो गए। विनित सिंह ने दैनिक जागरण से फोन पर बातचीत में बताया कि इंग्लैंड में थेमस वैली पुलिस स्टेशन में आरोपितों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है। लेबर पार्टी के सांसद टनमन डेहसी, मेयर अलोक शर्मा सहित सभी पार्टियों के नेताओं ने इस हमले की निंदा कर आरोपितों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। फिलहाल आरोपित फरार हैं। पुलिस ने उनके स्कैच तैयार करवा लिए हैं। विनीत ने बताया कि वे अब घर आ गए हैं। डॉक्टरों ने कुछ दिन आराम की सलाह दी है।
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एसजीपीसी के सदस्य गुरिदरपाल सिंह गौरा ने इस घटना की निंदा की है। उन्होंने कहा कि यह गंभीर मामला है। भारत सरकार को इंग्लैंड सरकार से संपर्क कर आरोपित के खिलाफ कार्रवाई करने का आग्रह करना चाहिए। सिख की पगड़ी उतारने की कोशिश करना और बुरा व्यवहार करने से सिख लोग आहत हैं।