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10 पाक टैंकों को ढेर करने वाले योद्धा को नमन

दिसंबर माह में पूरा देश 1971 के भारत-पाक युद्ध की जीत का जश्न विजय दिवस के रूप में मनाता है। इसी कड़ी में जीओजी (गार्डियंस आफ गवर्नेस) की स्थानीय टीम द्वारा 1971 के भारत-पाक युद्ध में शहादत का जाम पीने वाले शहीद कैप्टन प्रदीप कुमार गौड़ा का 47वां श्रद्धांजलि समारोह जीओजी के तहसील प्रमुख रिटायर कर्नल जीएस सैनी की अध्यक्षता में गांव दोदवां में शहीद के नाम पर बने स्मारक पर आयोजित हुआ जिसमें जीओजी के जिला प्रमुख रिटायर कर्नल जीएस काहलों बतौर मुख्यातिथि शामिल हुए। जबकि शहीद सैनिक परिवार सुरक्षा परिषद के महासचिव कुंवर र¨वदर ¨सह विक्की, कैप्टन कृपाल ¨सह, कैप्टन जगीर ¨सह, कैप्टन दलीप ¨सह आदि ने विशेष मेहमान के तौर पर शामिल होकर शहीद को श्रद्धासुमन अर्पित किए।

By JagranEdited By: Published: Fri, 14 Dec 2018 06:30 PM (IST)Updated: Fri, 14 Dec 2018 06:30 PM (IST)
10 पाक टैंकों को ढेर करने वाले योद्धा को नमन
10 पाक टैंकों को ढेर करने वाले योद्धा को नमन

संवाद सहयोगी, गुरदासपुर : दिसंबर माह में पूरा देश 1971 के भारत-पाक युद्ध की जीत का जश्न विजय दिवस के रूप में मनाता है। इसी कड़ी में जीओजी (गार्डियंस आफ गवर्नेस) की स्थानीय टीम द्वारा 1971 के भारत-पाक युद्ध में शहादत का जाम पीने वाले शहीद कैप्टन प्रदीप कुमार गौड़ा का 47वां श्रद्धांजलि समारोह जीओजी के तहसील प्रमुख रिटायर कर्नल जीएस सैनी की अध्यक्षता में गांव दोदवां में शहीद के नाम पर बने स्मारक पर आयोजित हुआ जिसमें जीओजी के जिला प्रमुख रिटायर कर्नल जीएस काहलों बतौर मुख्यातिथि शामिल हुए। जबकि शहीद सैनिक परिवार सुरक्षा परिषद के महासचिव कुंवर र¨वदर ¨सह विक्की, कैप्टन कृपाल ¨सह, कैप्टन जगीर ¨सह, कैप्टन दलीप ¨सह आदि ने विशेष मेहमान के तौर पर शामिल होकर शहीद को श्रद्धासुमन अर्पित किए। सर्वप्रथम मुख्यातिथि व अन्य मेहमानों ने शहीद की प्रतिमा को दीप चढ़ाकर सैल्यूट किया। इसके बाद मुख्यातिथि बिग्रेडियर जीएस काहलों ने कहा कि शहीद कैप्टन प्रदीप कुमार गौड़ जैसे जांबाजों का बलिदान देश की भावी पीढ़ी के लिए प्रेरणास्त्रोत है, जिन्होंने 47 वर्ष पहले शकरगढ़ सेक्टर में एयर ओपी की ड्यूटी निभाते हुए जहाज से पाक सेना के दस टैंकों व कई बंकरों को ध्वस्त करते हुए शहादत को चूमा था। उन्होंने कहा कि कैप्टन गौड़ हिमाचल के शिमला के रहने वाले थे, मगर गांव दोदवां के इस स्मारक पर उनका मोर्चा था तथा 14 दिसंबर 1971 को उनके जहाज ने इसी मोर्चे से शकरगढ़ के लिए उड़ान भरी थी। मौके पर सूबेदार लख¨वदर ¨सह, सूबेदार ओंकारनाथ शर्मा, सरपंच बेबी भगत, सूबेदार बनारसी दास, सूबेदार मेजर तरसेम लाल, कैप्टन डीएस राणा, दलीप ¨सह, कैप्टन जो¨गदर ¨सह, सूबेदार सुदर्शन ¨सह आदि उपस्थित थे।

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मरणोपरांत महावीर चक्र से सम्मानित हुए थे कैप्टन

परिषद के महासचिव कुंवर र¨वदर ¨सह विक्की ने कहा कि कैप्टन प्रदीप कुमार गौड़ ने पाक सेना को धूल चटाते हुए जिस वीरता का अदम्य साहस का परिचय देते हुए बलिदान दिया, उसकी मिसाल नहीं मिलती। उनकी शूरवीरता को देखते हुए देश के तत्कालीन राष्ट्रपति द्वारा उन्हें मरणोपरांत पर महावीर चक्र से सम्मानित किया गया था।

भूमि दानकर शहीद के नाम से जोड़ दिया गांव

स्मारक के लिए भूमिदान करने वाले स्व. सेवा राम के पौत्र नायक कर्ण ¨सह ने कहा कि उन्हें इस बात का गर्व है कि उनके पुरखों ने शहीद के स्मारक के लिए भूमि दान कर गांव दोदवां का नाम एक शहीद के नाम से जोड़ दिया।

यादगिरी गेट बनाने की करेंगे मांग

जीओजी के तहसील प्रमुख कर्नल जीएस सैनी ने कार्यक्रम की सफलता के लिए पूरी टीम का धन्यवाद करते हुए कहा कि शहीद कैप्टन प्रदीप गौड़ की याद में बने इस स्मारक के सुधार के लिए जीओजी के सदस्य सरकार व प्रशासन को मांग पत्र सौपेंगे तथा स्मारक के बाहर एक यादगिरी गेट का निर्माण करने व गांव के सरकारी स्कूल का नाम शहीद के नाम पर करवाने की मांग करेंगे।


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