सावधान : 15 दिन में साइबर ठगों ने 16 लोगों को शिकार बनाकर 61 लाख रुपये की धोखाधड़ी कर डाली
हैलो मैं विदेश से आपका रिश्तेदार बोल रहा हूं।
गगन बावा, गुरदासपुर
हैलो, मैं विदेश से आपका रिश्तेदार बोल रहा हूं। क्या बात है पहचाना नहीं। अगर कोई ऐसा कहकर फोन पर आपसे बात करे तो तुरंत सावधान हो जाएं, क्योंकि आप साइबर ठगी का शिकार हो सकते हैं। ऐसे कई मामले लगातार शहर में सामने आ रहे हैं, जिनमें विदेश से रिश्तेदार बताकर अपने खाते में पैसा ट्रांसफर करा धोखाधड़ी की गई है। ठग पहले फोन पर बातों में उलझाकर पीड़ितों को अपने झांसे में लेते हैं और फिर लाखों की ठगी मार लेते हैं। ठगों को फोन नंबर जरूर किसी न किसी कंपनी से ही मिलता है, जो डेटा बेचती हैं।
ऐसी कई कंपनियां हैं, जो कुछ पैसों के बदले लोगों की पर्सनल जानकारी इन ठगों के हाथों बेच देती हैं। पिछले 15 दिन में ही ऐसे मामलों में 16 लोगों को अपना शिकार बनाकर नौसरबाज 61 लाख रुपये के करीब की ठगी मार चुके हैं। थाना सिटी में ऐसे 15 अज्ञात आरोपितों के खिलाफ केस दर्ज किया जा चुका है, जो लोगों को अपनी बातों के मकड़जाल में फंसा कर पैसे अपने खातों में डलवाकर ठगी मार रहे हैं। ऐसे बना रहे शिकार
ठग पहले इंटरनेट से किसी का फोन नंबर प्राप्त कर काल करते हैं। फिर सामने वाले को कहा जाता है कि मैं विदेश से आपका रिश्तेदार बोल रहा हूं। अगर सामने वाला झांसे में आ जाए तो उसे बातों में उलझाकर कहा जाता है कि आपके खाते में पैसे भेजे जा रहे हैं, जो कुछ समय में ही ट्रांसफर हो जाएंगे। उसके कुछ समय बाद फिर से फोन किया जाता है कि थोड़े पैसों की जरूरत है, आप बताए गए खाते में डाल दें। जब मेरे भेजे पैसे आपके खाते में पहुंच जाएंगे तो उसमें से अपने भेजे पैसे काट लेना। इसके अलावा कई बार ठग कहते हैं कि वह विदेश से कोई वकील बोल रहा है। आपके रिश्तेदार की विदेश में किसी से लड़ाई हो गई है व सामने वाली पार्टी का एक व्यक्ति गंभीर जख्मी हो गया है। इसके चलते पुलिस ने आपके रिश्तेदार को पकड़ लिया है। उसे छुड़ाने के लिए जमानत भरनी होगी, जिसके लिए पैसे चाहिएं। बाद में किसी फर्जी रिश्तेदार के साथ बात भी करा दी जाती है, जो कहता है कि वह मुसीबत में है। आप जल्द से जल्द बताए गए खाते में पैसा डाल दें, वह जमानत मिलते ही पैसे लौटा देगा। थाना सिटी में दर्ज ज्यादातर मामलों में ऐसे ही झांसे में लेकर पैसे ठगे गए हैं। इन पीड़ितों के साथ हुई ठगी
-राज कुमार निवासी शींह भट्टी के साथ 75 हजार की ठगी।
-परमिदर कौर निवासी बाबा टहल सिंह कालोनी के साथ 7.80 लाख की ठगी।
-कुलजीत कौर निवासी हरदोछन्नी रोड के साथ 50 हजार की ठगी।
-गुरमेज सिंह निवासी बहरामपुर रोड के साथ 2.10 लाख की ठगी।
-किरणदीप कौर निवासी बब्बेहाली के साथ 2.70 लाख की ठगी।
-मंगल सिंह निवासी गाजीकोट के साथ 50 हजार की ठगी।
-गुरिदर सिंह निवासी फतेहनंगल के साथ 4 लाख की ठगी।
-तरसेम सिंह निवासी धारीवाल के साथ 1 लाख की ठगी।
-रछपाल सिंह निवासी कालाबाला के साथ 3 लाख की ठगी।
-हरजीत सिंह निवासी काहनूवान के साथ 1 लाख की ठगी।
-नरिदर कौर निवासी आलेचक्क के साथ 9 लाख की ठगी।
-जगदीश सिंह निवासी कैरे के साथ 1 लाख की ठगी।
-भगवंत सिंह निवासी रणजीत बाग के साथ 1 लाख की ठगी।
-राजिदर कुमार निवासी दबुर्जी के साथ 3 लाख की ठगी।
-हरजिदर कौर निवासी काला बाला के साथ 6 लाख की ठगी।
-कमलजीत सिंह निवासी पंधेर के साथ 10.15 लाख की ठगी। सावधानी में ही बचाव
-अनजान व्यक्ति से फोन पर बात कर उसके बहकावे में न आएं।
-अच्छी तरह जांच करने के बाद ही किसी भी बैंक खाते में राशि डालें।
- फेसबुक, ट्विटर आइडी का पासवर्ड स्ट्रांग रखें, सरल पासवर्ड न रखें।
- कोई पैसे की मांग करता है तो पहले जांच लें या मैसेज करने वाले से फोन पर संपर्क करें।
- बैंक कर्मचारी कभी भी फोन पर डिटेल्स नहीं मांगते हैं।
- अपने आधार कार्ड और पैनकार्ड की जानकारी किसी को न भेजें।