बटाला के खिलाड़ी ने दक्षिण कोरिया में अंडर-20 एथलेटिक्स में जीता गोल्ड, मां बनाना चाहती थी IPS
दक्षिण कोरिया के येचिओन में शुरू हुई अंडर-20 एशियन एथलेटिक्स ओपन चैंपियनशिप में पहले ही दिन बटाला के 18 साल एथलीट भरतप्रीत सिंह ने डिस्कस थ्रो में गोल्ड मेडल जीतकर भारत का नाम रौशन किया है। भरतप्रीत पीआईएस सेंटर का खिलाड़ी है।
बटाला, जागरण संवाददाता : दक्षिण कोरिया के येचिओन में शुरू हुई अंडर-20 एशियन एथलेटिक्स ओपन चैंपियनशिप में पहले ही दिन बटाला के 18 साल एथलीट भरतप्रीत सिंह ने डिस्कस थ्रो में गोल्ड मेडल जीतकर भारत का नाम रौशन किया है।
नहीं रहा मां की खुशी का ठिकाना
भरतप्रीत सिंह पीआईएस सेंटर का खिलाड़ी है और इसने 55.66 मीटर में यह गोल्ड मेडल लिया है। जिस कारण पुलिस सांझ केंद्र में काम कर रही मां की खुशी का ठिकाना नही है।
19 साल पहले हुई थी पिता की मौत
बटाला एसएसपी दफ्तर के पास बने पुलिस सांझ केंद्र में डेली बेस पर कंप्यूटर डाटा ऑपरेटर का काम कर रही रजनी ने बताया कि उसके पति पुलिस में कांस्टेबल थे और बीमारी के कारण 19 साल पहले उनकी मौत हो चुकी है। पति की जगह उसे डेली बेस पर नौकरी मिली है।
बेटे के भविष्य पर महनत कर रही थी भारतप्रीत की मां
खुशी से भीगी पलकों से रजनी ने बताया कि पति की मौत के बाद उसने अपने सभी सपने खत्म कर दिए और सिर्फ बेटे के भविष्य के लिए मेहनत कर पैसे जुटाती रही। इस दौरान बहुत गरीबी देखी और अब बेटे की जीत के कारण 19 साल बाद लड्डू बांटकर खुशी मनाई है।
अंडर-20 चैंपियनशिप में पहले दिन ही जीता गोल्ड
बेटे भरतप्रीत सिंह ने अंडर-20 एशियन एथलेटिक्स चैंपियनशिप में पहले ही दिन गोल्ड मेडल लेकर जहां देश का नाम रौशन किया है वहीं मां रजनी की खुशी का ठिकाना नहीं है। वह अपने स्टाफ को मिठाई बांटकर खुशी जता रही है। वह अपने बेटे को अच्छी शिक्षा दिला कर आईपीएस अधिकारी बनाना चाहती है और पति की पुलिस वाली वर्दी में देखना चाहती है।
स्वागत के लिए इंतजार कर रहे लोग
रजनी ने कहा जब बेटा दक्षिण कोरिया से 10 जून के वापस घर आएगा तो पूरे इलके के लोग उसका स्वागत करने के लिए उतावले हो रहे हैं।