फल-फ्रूट व प्रसाद के साथ संगत बाबे का शगुन लेकर संगत सुलतानपुर लोधी रवाना
फल-फ्रूट व प्रसाद के साथ संगत बाबे का शगुन लेकर संगत सुलतानपुर लोधी रवाना।
जागरण संवाददाता, बटाला : संगत शुक्रवार को श्री गुरु नानक देव जी का फल-फ्रूट व प्रसाद के रूप में शगुन लेकर गुरुद्वारा संत करतारिया से रवाना हुई। हजारों की तादाद में संगत ने जो बोले सो निहाल के जहकारे लगाकर वहा से रवानगी की। शुक्रवार रात को संगत श्री सुलतानपुर लोधी में स्थित गुरुद्वारा में दर्शन करेगी।
शनिवार सुबह पालकी साहिब के साथ भारी तादाद में संगत बाबा जी के शादी समागम में शामिल होगी। रास्ते में पालकी साहिब के दर्शन करने वाली संगतों के लिए लंगर का विशेष प्रबंध किया गया है। शुक्त्रवार को गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी की तरफ से संगत के लिए वाहनों का विशेष प्रबंध किया गया। दोपहर तीन बजे देश-विदेश से इकट्ठी हुई संगत वाहनों पर सवार होकर कीर्तन करते उनके जत्थे को रवाना किया। रास्ते में जगह-जगह पर संगत के खाने-पीने के लिए लोगों द्वारा लंगर का विशेष रुप से प्रबंध किया । उधर प्रशासन की तरफ से शहर में सुरक्षा प्रबंध पूरे किए गए। यहा-यहा से संगत निकल रही थी, वहा पर ट्रफिक पुलिस ट्रैफिक को कंट्रोल करने में लगी रही। वहीं, इस बार संगत ने बाबे दे शुगन पर फल-फ्रूट, मिठाइया सुलतानपुर लोधी लेकर गई। इनका गुरुद्वारा साहिब में पहुंचने पर बाबे दे विवाह से पूर्व शगुन लगाया जाएगा। उसके बाद संगत में प्रसाद के रूप में बाट दिया जाएगा। एक अनुमान के मुताबिक इस बार संगत शगन के लिए सैंकड़ों क्विंटल प्रसाद लेकर
गई है।
मन्नत पूरे होने पर बाबे दे शगन पर चढ़ता है प्रसाद
बटाला। श्री कंध साहिब गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के सदस्यों ने बताया कि जिन संगत की मन्नतें पूरी होती है, वे बाबे दे शगुन पर प्रसाद के रुप में भेंट चढ़ाते है। जैसा कि इस बार देश-विदेश की संगत द्वारा बाबे दे शगुन पर अनूखा तरीका अपना रही है। वे फल-फ्रूट के रुप में श्री गुरु नानक देव जी के विवाह से पूर्व शगुन लेकर सुलतानपुर लोधी रवाना हुई है।
बाजारों में पसरी रौनक
बटाला। श्री गुरु नानक देव जी के विवाह समागम को लेकर बाजारों में रौनक
पसर आई है। दुकानों में लोगों का खरीददारी करने वालों का जमावाड़ा नजर आ
रहा है। हर कोई बाबा जी को गिफ्ट देने के लिए तरह-तरह के उपहार खरीदा रहा
है। खासकर श्री कंध साहिब गुरुद्वारा के पास स्थित दुकानों में काफी भीड़
देखने को मिल रही है। मिठाई खरीदने वालों की भी शहर में खासा भीड़ दिख
रही है। संगत मिठाई खरीदकर बाबे दे विवाह पर्व पर गुरुद्वारा साहिब में
चढ़ाती है। बताया जाता है कि बटालावासियों के लिए बाबे दा विवाह दीवाली
तयौहार से कम नहीं माना जाता।