पशु डिस्पेंसरी ने धारण किया तबेले का रूप
गांव हरीमाबाद में स्थित पशु डिस्पेंसरी वेटरनरी कर्मचारियों व सरकार की अनदेखी का शिकार होने के कारण तबेले का रूप धारण कर लिया है। इससे पशु पालकों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है और उन्हें पशुओं का इलाज करवाने के लिए दूर दराज जाने के लिए मजबूत होना पड़ रहा है।
संवाद सहयोगी, कलानौर : गांव हरीमाबाद में स्थित पशु डिस्पेंसरी वेटरनरी कर्मचारियों व सरकार की अनदेखी का शिकार होने के कारण तबेले का रूप धारण कर लिया है। इससे पशु पालकों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है और उन्हें पशुओं का इलाज करवाने के लिए दूर दराज जाने के लिए मजबूत होना पड़ रहा है।
जिला परिषद गुरदासपुर के अधीन इस डिस्पेंसरी में डॉक्टरों व अन्य अमले के लिए तीन आलीशान कमरे, वरामदा के अलावा अस्पताल की चारदीवारी करके गेट लगाया गया था और इस डिस्पेंसरी का उद्घाटन उस समय पेंडू विकास व पंचायत विभाग के कैबिनेट मंत्री निर्मल ¨सह काहलों की ओर से 18 मार्च 2001 को किया गया था। डिस्पेंसरी के बंद होने से पशु पालकों को अपने पशुओं का ईलाज करवाने में भारी दिक्कत पेश आ रही है। इस संबंधी गुरमीत ¨सह, गुरदेव ¨सह ने पंजाब सरकार से मांग की है कि लंबे समय से बंद पड़ी डिस्पेंसरी को तुरंत चालू किया जाए।