गांव दोस्तपुर में सब हेल्थ सेंटर खुद ही बीमार
संवाद सहयोगी, कलानौर : भारत-पाकिस्तान राष्ट्रीय सीमा के किनारे बसे गांव दोस्तपुर में स्थित दर्ज
संवाद सहयोगी, कलानौर : भारत-पाकिस्तान राष्ट्रीय सीमा के किनारे बसे गांव दोस्तपुर में स्थित दर्जनों के करीब गांवों के लोगों को सुविधा मुहैया करवा रहा सब सिडनी हेल्थ दवाइयों व डॉक्टरों की कमी के चलते खुद बीमार है। इसके कारण सीमावर्ती गांवों के लोगों को दूर दराज जाकर अपना इलाज करवाने के लिए परेशान होना पड़ रहा है।
गांव दोस्तपुर व सहूर के जगमोहन ¨सह, गुरदियाल ¨सह, बल¨वदर ¨सह, रछपाल ¨सह, निर्मल ¨सह, गुरप्रीत ¨सह, सुरजीत ¨सह, दलेर ¨सह, अजीत ¨सह आदि ने बताया कि सीमावर्ती गांव दोस्तपुर में 1988 में अस्तित्व में आए सब सिडनी हेल्थ सेंटर में जुकाम, खांसी तथा अन्य बीमारियों से संबंधित दवाइयां पलब्ध नहीं है। वहीं पिछले कई महीनों से अस्पताल में मेडिकल अधिकारी की पोस्ट खाली पड़ी हुई है। अस्पताल में डॉटरों की कमी के चलते रोजाना ही मरीजों को परेशान होना पड़ रहा है। अस्पताल में सेहत कर्मियों के बैठने के लिए खस्ता हाल कुर्सियां तथा मरीजों के ईलाज के लिए खस्ताहाल एक बेड ही है। उन्होंने बताया कि इस क्षेत्र का पानी दूषित होने के कारण अस्पताल में लगी पुरानी मोटर का पानी 15 मिनट के भीतर ही पीला हो जाता है और अस्पताल के कर्मियों व मरीजों को दूर दराज क्षेत्र से पानी लाना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि अस्पताल में जहां पहले विभिन्न गांवों के रोजाना 60 के करीब मरीज अपना ईलाज करवाने के लिए आते थे। वहीं अब दवाईयां तथा मेडिकल अधिकारी की कमी के चलते केवल 20 के करीब मरीज ही आते है। इनका इलाज अस्पताल में फार्मासिस्ट ही कर रहे है। गांव दोस्तपुर व आस पास के गांवों के गणमान्य लोगों ने मांग की है कि इस अस्पताल की दवाइयों की सप्लाई व डाक्टर की कमी को तुरंत पुरा किया जाए। ताकि लोगों को अपना ईलाज करवाने के लिए कोई परेशानी पेश न आए।
जिला परिषद के अधीन है सब हेल्थ सेंटर : सीएस
इस संबंधी सिविल सर्जन (सीएस) किशन चंद गुरदासपुर का कहना है कि यह अस्पताल जिला परिषद के अधीन आता है। इस संबंधी एडीसी गुरदासपुर को अवगत करवाया जाए।
अस्पताल में असुविधाओं को दूर किया जाएगा पूरा : एडीसी
एडीसी गुरदासपुर जग¨वदर ¨सह का कहना है कि जिला गुरदासपुर में 97 अस्पताल है, जबकि 47 डाक्टर है। इनमें विभिन्न दिनों के दौरान अस्पतालों में भेज कर मरीजों का इलाज किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि दोस्तपुर अस्पताल में डॉक्टर की खाली पोस्ट को तुरंत भरने के अलावा दवाइयां तथा अस्पताल की खस्ता हालत की सार ली जाएगी और किसी भी मरीज को परेशान नहीं होना दिया जाएगा।